•वडोदरा से शिवभक्तों का जत्था केदारनाथ के लिए रवाना
•2 मई को खुलेगा केदारनाथ मंदिर का कपाट
वडोदरा, 27 अप्रैल (हि.स.)। उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग जिले में गढ़वाल हिमालय की मनमोहक पहाड़ियों में बसा केदारनाथ मंदिर आगामी 2 मई को 6 महीने तक बंद रहने के बाद खुलेगा। इस अवसर को ऐतिहासिक बनाने के लिए वडोदरा के शिवभक्तों के एक जत्थे ने विशेष तैयारियां की हैं। इस जत्थे द्वारा पहली बार केदारनाथ मंदिर का ऐतिहासिक शृंगार किया जाएगा। इसके लिए यह ग्रुप रविवार को अहमदाबाद से दिल्ली के लिए रवाना हुआ।
आगामी 2 मई को केदारनाथ मंदिर का कपाट खुलेगा। इससे पूर्व 1 मई को केदारनाथ बाबा की पालकी केदारनाथ पधारेगी। इससे पूर्व केदारनाथ मंदिर का ऐतिहासिक शृंगार किया जाएगा। इस शृंगार के लिए वडोदरा के शिवजी की यात्रा ग्रुप सम्पूर्ण रूप से पुष्प प्रदान करेगा। यह शृंगार गुजरात के 220 शिवभक्तों की ओर से स्वयं किया जाएगा।
इस ग्रुप के स्वेजल व्यास ने बताया कि केदारनाथ मंदिर को कुल 45 अलग-अलग प्रकार के फूलों से सजाया जाएगा। इसमें 10 हजार किलो फूल का इस्तेमाल होगा। यह सभी फूल 8 राज्य और 3 देशों से मंगवाए गए हैं। मंदिर के शृंगार में कोलकाता के 50 कारीगर बुलाए गए हैं। आगामी 29 अप्रैल को 10 हजार किलो फूल गौरीकुंड पहुंचेंगे। इसके बाद 112 घोड़ों के जरिए 20 कलोमीटर दूर पहाड़ पर ट्रैकिंग कर केदारनाथ पहुंचाया जाएगा। 30 अप्रैल और 1 मई को मंदिर का अद्भुत शृंगार किया जाएगा। इसके बाद 1 मई को केदारनाथ बाबा की भव्य पालकी यात्रा का स्वागत पुष्प वर्षा से किया जाएगा। ऋषिकेश की टीम भी केदारनाथ मंदिर को सजाने में साथ देगी। केदारनाथ मंदिर कमिटी समेत मंदिर पुजारी के आशीर्वाद से यह सौभाग्य वडोदरा को मिला है।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय
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