Shafali Verma Story: आईसीसी महिला वर्ल्ड कप 2025 के लिए जब टीम इंडिया का ऐलान हुआ शेफाली वर्मा का नाम चुने हुए खिलाड़ियों में नहीं था। लेकिन God's Plan कुछ औऱ ही था। लेकिन प्रतिका रावल चोटिल हुई और टीम से बुलावा आया शेफाली की और उन्होंने फाइनल में शानदार प्रदर्शन कर इतिहास रच दिया।
21 साल की शेफाली ने नवीं मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में 87 रन की धमाकेदार पारी खेली और अपनी पार्ट-टाइम ऑफ स्पिन से दो अहम विकेट हासिल कर भारत की मुकाबले में वापसी कराई । इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया और वह महिला वर्ल्ड कप फाइनल में सबसे कम उम्र में यह अवॉर्ड जीतने वाली खिलाड़ी बनी।
सिर्फ 16 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाली शेफाली ने भारत को कई बार तेज शुरुआत दिलाई, लेकिन अस्थिर फॉर्म के कारण
सिलेक्टर्स की नजरों से ओझल हो गई थीं। हालांकि किस्मत ने उनके लिए कुछ और ही लिखा था । वर्ल्ड कप में भारत के लीग स्टेज के आखिरी मैच में ओपनर प्रतिका रावल के चोटिल होने के बाद शेफाली को मौका मिला।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में वह सिर्फ 10 रन ही बना सकीं, लेकिन फाइनल में उन्होंने अपने करियर की बेस्ट वनडे पारी खेलते हुए टीम को खिताबी जीत दिलाई।
शेफाली ने मैच के बाद कहा, “मैंने शुरुआत में ही कहा था कि भगवान ने मुझे यहां कुछ अच्छा करने के लिए भेजा है, और आज वही दिखा। मुश्किल था, लेकिन मुझे खुद पर भरोसा था कि अगर मैं शांत रहूं तो सब कुछ हासिल कर सकती हूं।”
फाइनल में कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 20वें ओवर में गेंद शेफाली को थमाई और उन्होंने तुरंत सुने लूस का विकेट लेकर जवाब दिया। अगले ओवर में उन्होंने मरिज़ाने कैप को भी पवेलियन भेजा।
हरमनप्रीत ने बताया, “हमने उससे कहा था कि जरूरत पड़ने पर वह एक-दो ओवर डाले, लेकिन उसने जवाब दिया—‘मैं 10 ओवर डालने के लिए तैयार हूं।’ इससे उसका आत्मविश्वास झलकता था। उसके लगातार दो विकेट मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुए।”
हरियाणा की रहने वाली शेफाली का क्रिकेट सफर बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा है। नौ साल की उम्र में उन्होंने लड़कों के टूर्नामेंट में खेलने के लिए अपने बाल काट लिए थे ताकि उन्हें खेलने का मौका मिल सके। उन्होंने अपने बीमार भाई का लुक लेकर मैदान में उतरकर मैच और सीरीज़ दोनों में ‘मैन ऑफ द मैच’ का खिताब जीता था।
वक्त के साथ उन्होंने कठिनाइयों को पार करते हुए अपनी पहचान बनाई। फाइनल से पहले उनका वनडे औसत मात्र 22.55 था, लेकिन इस पारी ने सब कुछ बदल दिया। 21 साल 278 दिन की उम्र में शेफाली महिला वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में अर्धशतक लगाने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनीं।
Also Read: LIVE Cricket Score2019 में उन्हें महिला टी20 चैलेंज की वेलोसिटी टीम में चुना गया, जहां उन्होंने भारतीय दिग्गज मिताली राज और इंग्लैंड की ऑलराउंडर डेनिएल वायट जैसी इंटरनेशनल सितारों के साथ खेला। वायट ने तब उन्हें भारतीय क्रिकेट की “अगली सुपरस्टार” कहा था — और अब शेफाली ने उस भविष्यवाणी को सच कर दिखाया।
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