मुंबई के प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने दिसंबर 2022 में हुए ऋषभ पंत के भयानक कार दुर्घटना के बाद उनकी सर्जरी की थी। इस हादसे के डेढ़ साल से भी कम समय में पंत क्रिकेट मैदान पर लौट आए और ढाई साल बाद अपने ट्रेडमार्क समरसॉल्ट सेलिब्रेशन के साथ दर्शकों को हैरान कर दिया। हालांकि, डॉ. पारदीवाला ने इस सेलिब्रेशन को अनावश्यक बताया, भले ही इसे पूरी तरह से अभ्यास के साथ निपुणता से किया गया हो।
लीड्स में शतकीय उत्सवइंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में पंत ने शानदार शतक जड़ा। इस उपलब्धि का जश्न उन्होंने अपने अनूठे अंदाज में मनाया, जिसमें उन्होंने अपने हाथों के बल शरीर को हवा में घुमाया और फिर जमीन पर कूदे। यह देखकर कोई नहीं कह सकता कि ढाई साल पहले पंत एक ऐसे भयावह हादसे का शिकार हुए थे, जिसमें उनके लिए दोबारा चल पाना भी संदिग्ध था।
सर्जरी और रिकवरी की प्रक्रियापंत का हादसा रुड़की जाते समय हुआ था। प्रारंभिक उपचार देहरादून में हुआ, लेकिन बाद में उन्हें मुंबई स्थानांतरित किया गया, जहां डॉ. पारदीवाला ने उनकी सर्जरी की। द टेलीग्राफ से बात करते हुए डॉ. पारदीवाला ने कहा, “ऋषभ ने जिमनास्ट की तरह प्रशिक्षण लिया है। वह भले ही बड़ा दिखता हो, लेकिन वह बेहद चुस्त और लचीला है। यही कारण है कि वह हाल ही में ऐसी कलाबाजियां कर पा रहा है। हालांकि, यह कदम अनावश्यक है।”
जीवन के प्रति नया दृष्टिकोणडॉ. पारदीवाला ने पंत के चमत्कारी जीवित रहने और व्यक्तिगत बदलाव पर टिप्पणी करते हुए कहा, “ऋषभ जानता है कि वह जीवित रहने के लिए बहुत भाग्यशाली है। एक क्रिकेटर के रूप में भी वह बेहद भाग्यशाली है। पहले वह उतने परिपक्व नहीं थे, लेकिन अब वह बहुत दार्शनिक हो गए हैं। वह जीवन और उसके आसपास की हर चीज की कद्र करते हैं। ऐसा अक्सर उन लोगों के साथ होता है, जिन्होंने मृत्यु को करीब से देखा हो। मृत्यु के करीब का अनुभव जीवन को एक नए परिप्रेक्ष्य में देखने की प्रेरणा देता है।”
You may also like
झारखंड के गुमला में महिला की हत्या, पति-सौतन गिरफ्तार, वारदात को हादसा बताने की कोशिश नाकाम
रमेश खरमाले ने पीएम मोदी का किया धन्यवाद, कहा – 'मैं तो बहुत छोटा कार्य कर रहा हूं'
बिहार : 2003 की मतदाता सूची चुनाव आयोग वेबसाइट पर अपलोड, 4.96 करोड़ मतदाताओं को नहीं देना होगा कोई दस्तावेज
सीकर में मास्टर प्लान से डरे जमीन मालिकों को मिली राहत! सरकार ने जारी की नयी गाइडलाइन, यहां पढ़े पूरी रिपोर्ट
राजस्थान के IAS अफसर की महाराष्ट्र में ताजपोशी, पूर्व सांसद के दामाद को सौंपी गई मुख्य सचिव की जिम्मेदारी