आज के बदलते इन्वेस्टमेंट के माहौल में सही ऑप्शन चुनना बहुत जरूरी है. Quant Mutual Fund ने इस जरूरत को समझते हुए Quant Equity Savings Fund लॉन्च किया है. यह एक ऐसा फंड जो आपके पैसे को इक्विटी, आर्बिट्रेज और डेट में निवेश कर, जोखिम और रिटर्न के बीच संतुलन बनाता है.
यह न्यू फंड ऑफर (NFO) आज से 21 जुलाई तक ओपन है. इसके बाद, 5 वर्किंग दिनों दिवसों के अंदर यह म्यूचुअल फंड नॉर्मल रूप से खुल जाएगा ताकि आप इसे कभी भी खरीद और बेच सकें. इस म्यूचुअल फंड का मकसद है आपको लगातार थोड़ी-थोड़ी इनकम देना और साथ ही आपके निवेश को लंबे समय में बढ़ाना. इस फंड की खास बात ये है कि यह आर्बिट्रेज (बाजार के छोटे-छोटे फायदों का फायदा उठाना) में निवेश करता है, जिससे जोखिम कम रहता है. इसके साथ ही फंड का कुछ हिस्सा सीधे शेयरों में लगाया जाता है ताकि आपका पैसा ज्यादा बढ़ सके.
Nifty Equity Savings TRI होगा इस फंड का बेंचमार्क
इस फंड का बेंचमार्के Nifty Equity Savings TRI होगा. इसे पांच एक्सपर्ट मैनेजर संजीव शर्मा, हर्षवर्धन भारतिया, अंकित पांडे, वरुण पट्टानी और आयुषा कुम्भट संभालेंगे. अगर आप निवेश के बाद अपनी इक्विटी की यूनिट्स 15 दिन के अंदर बेचते या बदलते हैं, तो आपको 1% फीस (एग्जिट लोड) देनी होगी. लेकिन 15 दिन बाद बेचने या बदलने पर कोई फीस नहीं लगेगी. इसके अलावा अगर आप फंड के एक प्लान से दूसरे प्लान (जैसे रेगुलर से डायरेक्ट या डायरेक्ट से रेगुलर) में स्विच करते हैं, तो कोई फीस नहीं लगेगी. इस फंड का मिनिमम इन्वेस्टमेंट 5,000 रुपए है और उसके बाद आप 1 रुपए के मल्टीपल में जितना चाहे उतना निवेश कर सकते हैं.
फंड आपके पैसे का 65% से 90% हिस्सा शेयरों और उनसे जुड़े निवेशों में लगाएगा. इसमें 25% से 80% हिस्सा सुरक्षित (हेज्ड) निवेशों में और 10% से 40% हिस्सा सीधे शेयरों में लगाया जाएगा. बाकी का पैसा फंड डेट (जैसे बांड), मनी मार्केट (शॉर्ट टर्म सिक्योरिटीज), सरकारी सिक्योरिटीज, कमोडिटी डेरिवेटिव्स और रियल एस्टेट में निवेश किया जाएगा. फंड को इस तरह से मैनेज किया जाएगा कि यह आपको नियमित इनकम दे सके और साथ ही आपके पैसे को लंबी अवधि में बढ़ा भी सके.
डेरिवेटिव्स का भी इस्तेमाल करेगा यह फंड
यह फंड जोखिम को कम करने के लिए शेयर बाजार के डेरिवेटिव्स (जैसे फ्यूचर्स) का भी इस्तेमाल करता है. इसके साथ ही, फंड शेयर बाजार के नकद हिस्से में निवेश कर सकता है और फ्यूचर्स मार्केट में शॉर्ट पोजीशन लेकर स्पॉट और फ्यूचर्स के बीच के अंतर का फायदा उठाता है. इससे फंड का जोखिम कम होता है और बेहतर रिटर्न पाने में मदद मिलती है.
'ऑल-वेदर' के लिए उपयुक्त है ये फंड
फंड हाउस ने बताया है कि यह फंड 'ऑल-वेदर' यानी हर तरह के बाजार के लिए उपयुक्त है. इसमें जोखिम मीडियम है और टैक्स की दृष्टि से भी फायदेमंद है. खासकर उन निवेशकों के लिए जो पहली बार शेयर बाजार में आ रहे हैं या फिक्स्ड डिपॉजिट से पैसे निकालकर शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं. इस फंड में उतार-चढ़ाव कम होता है और यह लंबी अवधि में आपके पैसे को बढ़ाने में मदद करता है. इस फंड में इक्विटी का निवेश फ्लेक्सी कैप तरीके से होगा, जिसका मतलब है कि इसमें ज्यादा हिस्सा बड़े और स्थिर कंपनियों के शेयरों में होगा, जबकि छोटे और मध्यम कंपनियों के शेयरों में थोड़ा ही निवेश किया जाएगा. इससे जोखिम कम रहता है. इसके साथ ही आर्बिट्रेज और हेजिंग की स्ट्रेटजी से निवेश सुरक्षित रहेगा.
फंड का डेट हिस्सा अच्छे क्वालिटी वाले कॉर्पोरेट बॉन्ड्स और सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करेगा ताकि आपको नियमित और स्थिर आय मिलती रहे. इसके अलावा ब्याज दरों के हिसाब से निवेश को सही से मैनेज किया जाएगा. फंड मार्केट के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखकर अपने निवेश को समय-समय पर एडजस्ट करता रहेगा ताकि आपको बेहतर रिटर्न मिले और बाजार गिरने पर नुकसान कम हो. इस फंड का मकसद है आपको स्थिरता और बढ़त दोनों देना ताकि आप आराम से लंबी अवधि में अपना धन बना सकें.
डिस्क्लेमर: यह सिर्फ जानकारी है, कोई निवेश की सलाह नहीं. पैसा निवेश करने से पहले अपने एक्सपर्ट से बात जरूर करें. म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने में जोखिम होता है. इसमें रिटर्न की गारंटी नहीं होती है. इसलिए सोच-समझकर ही निवेश करें.
यह न्यू फंड ऑफर (NFO) आज से 21 जुलाई तक ओपन है. इसके बाद, 5 वर्किंग दिनों दिवसों के अंदर यह म्यूचुअल फंड नॉर्मल रूप से खुल जाएगा ताकि आप इसे कभी भी खरीद और बेच सकें. इस म्यूचुअल फंड का मकसद है आपको लगातार थोड़ी-थोड़ी इनकम देना और साथ ही आपके निवेश को लंबे समय में बढ़ाना. इस फंड की खास बात ये है कि यह आर्बिट्रेज (बाजार के छोटे-छोटे फायदों का फायदा उठाना) में निवेश करता है, जिससे जोखिम कम रहता है. इसके साथ ही फंड का कुछ हिस्सा सीधे शेयरों में लगाया जाता है ताकि आपका पैसा ज्यादा बढ़ सके.
Nifty Equity Savings TRI होगा इस फंड का बेंचमार्क
इस फंड का बेंचमार्के Nifty Equity Savings TRI होगा. इसे पांच एक्सपर्ट मैनेजर संजीव शर्मा, हर्षवर्धन भारतिया, अंकित पांडे, वरुण पट्टानी और आयुषा कुम्भट संभालेंगे. अगर आप निवेश के बाद अपनी इक्विटी की यूनिट्स 15 दिन के अंदर बेचते या बदलते हैं, तो आपको 1% फीस (एग्जिट लोड) देनी होगी. लेकिन 15 दिन बाद बेचने या बदलने पर कोई फीस नहीं लगेगी. इसके अलावा अगर आप फंड के एक प्लान से दूसरे प्लान (जैसे रेगुलर से डायरेक्ट या डायरेक्ट से रेगुलर) में स्विच करते हैं, तो कोई फीस नहीं लगेगी. इस फंड का मिनिमम इन्वेस्टमेंट 5,000 रुपए है और उसके बाद आप 1 रुपए के मल्टीपल में जितना चाहे उतना निवेश कर सकते हैं.
फंड आपके पैसे का 65% से 90% हिस्सा शेयरों और उनसे जुड़े निवेशों में लगाएगा. इसमें 25% से 80% हिस्सा सुरक्षित (हेज्ड) निवेशों में और 10% से 40% हिस्सा सीधे शेयरों में लगाया जाएगा. बाकी का पैसा फंड डेट (जैसे बांड), मनी मार्केट (शॉर्ट टर्म सिक्योरिटीज), सरकारी सिक्योरिटीज, कमोडिटी डेरिवेटिव्स और रियल एस्टेट में निवेश किया जाएगा. फंड को इस तरह से मैनेज किया जाएगा कि यह आपको नियमित इनकम दे सके और साथ ही आपके पैसे को लंबी अवधि में बढ़ा भी सके.
डेरिवेटिव्स का भी इस्तेमाल करेगा यह फंड
यह फंड जोखिम को कम करने के लिए शेयर बाजार के डेरिवेटिव्स (जैसे फ्यूचर्स) का भी इस्तेमाल करता है. इसके साथ ही, फंड शेयर बाजार के नकद हिस्से में निवेश कर सकता है और फ्यूचर्स मार्केट में शॉर्ट पोजीशन लेकर स्पॉट और फ्यूचर्स के बीच के अंतर का फायदा उठाता है. इससे फंड का जोखिम कम होता है और बेहतर रिटर्न पाने में मदद मिलती है.
'ऑल-वेदर' के लिए उपयुक्त है ये फंड
फंड हाउस ने बताया है कि यह फंड 'ऑल-वेदर' यानी हर तरह के बाजार के लिए उपयुक्त है. इसमें जोखिम मीडियम है और टैक्स की दृष्टि से भी फायदेमंद है. खासकर उन निवेशकों के लिए जो पहली बार शेयर बाजार में आ रहे हैं या फिक्स्ड डिपॉजिट से पैसे निकालकर शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं. इस फंड में उतार-चढ़ाव कम होता है और यह लंबी अवधि में आपके पैसे को बढ़ाने में मदद करता है. इस फंड में इक्विटी का निवेश फ्लेक्सी कैप तरीके से होगा, जिसका मतलब है कि इसमें ज्यादा हिस्सा बड़े और स्थिर कंपनियों के शेयरों में होगा, जबकि छोटे और मध्यम कंपनियों के शेयरों में थोड़ा ही निवेश किया जाएगा. इससे जोखिम कम रहता है. इसके साथ ही आर्बिट्रेज और हेजिंग की स्ट्रेटजी से निवेश सुरक्षित रहेगा.
फंड का डेट हिस्सा अच्छे क्वालिटी वाले कॉर्पोरेट बॉन्ड्स और सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करेगा ताकि आपको नियमित और स्थिर आय मिलती रहे. इसके अलावा ब्याज दरों के हिसाब से निवेश को सही से मैनेज किया जाएगा. फंड मार्केट के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखकर अपने निवेश को समय-समय पर एडजस्ट करता रहेगा ताकि आपको बेहतर रिटर्न मिले और बाजार गिरने पर नुकसान कम हो. इस फंड का मकसद है आपको स्थिरता और बढ़त दोनों देना ताकि आप आराम से लंबी अवधि में अपना धन बना सकें.
डिस्क्लेमर: यह सिर्फ जानकारी है, कोई निवेश की सलाह नहीं. पैसा निवेश करने से पहले अपने एक्सपर्ट से बात जरूर करें. म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने में जोखिम होता है. इसमें रिटर्न की गारंटी नहीं होती है. इसलिए सोच-समझकर ही निवेश करें.
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