आज के समय में महिलाएं अपने आइडिया और इनोवेशन से हर क्षेत्र में सफलता के झंडा गाढ़ रही हैं. महिला एंटरप्रेन्योर्स की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. आज युवा एंटरप्रेन्योर अपने इनोवेशन से नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं, जिसमें महिलाएं भी लगभग हर क्षेत्र में न केवल अपनी पहचान बना रही हैं, बल्कि उद्यमिता की दुनिया में भी नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं. आज हम एक ऐसी ही महिला की बात करेंगे, जिन्होंने अपनी मेहनत जुनून और दृष्टिकोण से एक बड़ा मुकाम हासिल किया. हम बात कर रहे हैं पॉशवाइन की सह-संस्थापक गरिमा सतीजा की. जिन्होंने न केवल अपने सफल स्टार्टअप की नींव रखी बल्कि कई महिला उद्यमियों को भी आगे बढ़ाने की प्रेरणा दी.
साधारण व्यावसायिक परिवार में हुआ जन्म एक साधारण व्यवसाय परिवार में जन्मी गरिमा सतीजा बचपन से ही कुछ बड़ा करने के ख्वाब देखती थीं. उन्होंने बचपन से अपने पिता को मेहनत और लगन से अपने काम को करते हुए देखा. गरिमा ने लखनऊ विश्वविद्यालय से साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन और एमिटी बिजनेस स्कूल से एमबीए किया.
करियर की शुरुआत
गरिमा सतीजा ने भारत के कुछ प्रतिष्ठित संगठनों में काम करके अपने करियर की नींव को पहले मजबूत किया. उन्होंने नौकरी.कॉम में तकनीकी और व्यावसायिक दक्षता पर फोकस किया और ओज़ोन मीडिया में डिजिटल मार्केटिंग की बारीकियों को समझा. अलग-अलग संगठनों में काम करने के उनके यह अनुभव उनके लिए मजबूत बेस बने, जिससे बिजनेस की दुनिया में कदम रखने के लिए उन्हें आत्मविश्वास मिला.
कैसे हुई पॉशवाइन की शुरुआत? गरिमा फूड और ट्रैवल इंडस्ट्री में लोगों के अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए कुछ करना चाहती थी. वे एक ऐसा मंच बनाना चाहती थी जहां प्रीमियम डाइनिंग और ट्रैवल के एक्सपीरियंस को आसानी से उपलब्ध कराए जा सके. उनकी इसी चाहत से साल 2011 में पॉशवाइन का जन्म हुआ. जो आज हजारों लोगों के लिए यादगार एक्सपीरियंस का पर्याय बन चुका है. प्लेटफार्म की शुरुआत गरिमा ने अन्य महिला उद्यमियों के साथ मिलकर की. जो ट्रैवल और फूड के शौकीनों के लिए एक अनूठा प्लेटफॉर्म बन गया.
इस प्लेटफार्म को शुरू करने का उद्देश्य प्रीमियम रेस्टोरेंट, एक्सपेरिमेंट शेफ और क्यूरेटेड एक्सपीरियंस को एक प्लेटफार्म पर लाना है, ताकि यूजर्स को अपनी पसंद के अनुसार स्पेशल एक्सपीरियंस को सर्च करने और बुकिंग करने में सहायता मिल सके. इस प्लेटफार्म की शुरुआत भले ही साधारण थी लेकिन इसके उद्देश्य ने लोगों के अनुभवों को स्पेशल बना दिया. इसमें फिर चाहे सैफ द्वारा होस्ट किया गया कोई डिनर हो, थीम बेस्ड ट्रैवल एक्सपीरियंस हो या फिर वाइन टेस्टिंग सेशन हो सभी को पॉशवाइन द्वारा और ज्यादा पर्सनल और यादगार बना दिया जाता है.
सफलता में आती है कई चुनौतियां हर स्टार्टअप की तरह ऐसे स्टार्टअप में भी गरिमा और उनकी टीम के सामने कई चुनौतियां आई. उन्हें रेस्टोरेंट, शेफ्स के साथ पार्टनरशिप करने और यूजर्स का विश्वास जीतने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि इन चुनौतियों को गरिमा और उनकी टीम ने अवसर के रूप में देखा और पूरी लगन से अपने काम में जुटे रहे.
महिला उद्यमिता का प्रतीकहैं गरिमा सतीजा गरिमा सतीजा सतीजा ने अन्य महिला उद्यमियों के साथ मिलकर इस प्लेटफार्म की नई रखकर यह साबित कर दिया कि महिला उद्यमी न केवल इनोवेशन में आगे हो सकती है बल्कि नए उद्योग में भी नई स्टैंडर्ड स्थापित करने की काबिलियत रखती हैं. वे उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत है जो अपने सपनों को हकीकत में बदलना चाहती हैं. यदि सही दृष्टिकोण मेहनत और जुनून से अपने सपनों को हकीकत में बदलने के प्रयास किए जाते हैं तो सफलता कई चुनौतियों के बाद भी हासिल हो जाती है.
साधारण व्यावसायिक परिवार में हुआ जन्म एक साधारण व्यवसाय परिवार में जन्मी गरिमा सतीजा बचपन से ही कुछ बड़ा करने के ख्वाब देखती थीं. उन्होंने बचपन से अपने पिता को मेहनत और लगन से अपने काम को करते हुए देखा. गरिमा ने लखनऊ विश्वविद्यालय से साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन और एमिटी बिजनेस स्कूल से एमबीए किया.
करियर की शुरुआत
गरिमा सतीजा ने भारत के कुछ प्रतिष्ठित संगठनों में काम करके अपने करियर की नींव को पहले मजबूत किया. उन्होंने नौकरी.कॉम में तकनीकी और व्यावसायिक दक्षता पर फोकस किया और ओज़ोन मीडिया में डिजिटल मार्केटिंग की बारीकियों को समझा. अलग-अलग संगठनों में काम करने के उनके यह अनुभव उनके लिए मजबूत बेस बने, जिससे बिजनेस की दुनिया में कदम रखने के लिए उन्हें आत्मविश्वास मिला.
कैसे हुई पॉशवाइन की शुरुआत? गरिमा फूड और ट्रैवल इंडस्ट्री में लोगों के अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए कुछ करना चाहती थी. वे एक ऐसा मंच बनाना चाहती थी जहां प्रीमियम डाइनिंग और ट्रैवल के एक्सपीरियंस को आसानी से उपलब्ध कराए जा सके. उनकी इसी चाहत से साल 2011 में पॉशवाइन का जन्म हुआ. जो आज हजारों लोगों के लिए यादगार एक्सपीरियंस का पर्याय बन चुका है. प्लेटफार्म की शुरुआत गरिमा ने अन्य महिला उद्यमियों के साथ मिलकर की. जो ट्रैवल और फूड के शौकीनों के लिए एक अनूठा प्लेटफॉर्म बन गया.
इस प्लेटफार्म को शुरू करने का उद्देश्य प्रीमियम रेस्टोरेंट, एक्सपेरिमेंट शेफ और क्यूरेटेड एक्सपीरियंस को एक प्लेटफार्म पर लाना है, ताकि यूजर्स को अपनी पसंद के अनुसार स्पेशल एक्सपीरियंस को सर्च करने और बुकिंग करने में सहायता मिल सके. इस प्लेटफार्म की शुरुआत भले ही साधारण थी लेकिन इसके उद्देश्य ने लोगों के अनुभवों को स्पेशल बना दिया. इसमें फिर चाहे सैफ द्वारा होस्ट किया गया कोई डिनर हो, थीम बेस्ड ट्रैवल एक्सपीरियंस हो या फिर वाइन टेस्टिंग सेशन हो सभी को पॉशवाइन द्वारा और ज्यादा पर्सनल और यादगार बना दिया जाता है.
सफलता में आती है कई चुनौतियां हर स्टार्टअप की तरह ऐसे स्टार्टअप में भी गरिमा और उनकी टीम के सामने कई चुनौतियां आई. उन्हें रेस्टोरेंट, शेफ्स के साथ पार्टनरशिप करने और यूजर्स का विश्वास जीतने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि इन चुनौतियों को गरिमा और उनकी टीम ने अवसर के रूप में देखा और पूरी लगन से अपने काम में जुटे रहे.
महिला उद्यमिता का प्रतीकहैं गरिमा सतीजा गरिमा सतीजा सतीजा ने अन्य महिला उद्यमियों के साथ मिलकर इस प्लेटफार्म की नई रखकर यह साबित कर दिया कि महिला उद्यमी न केवल इनोवेशन में आगे हो सकती है बल्कि नए उद्योग में भी नई स्टैंडर्ड स्थापित करने की काबिलियत रखती हैं. वे उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत है जो अपने सपनों को हकीकत में बदलना चाहती हैं. यदि सही दृष्टिकोण मेहनत और जुनून से अपने सपनों को हकीकत में बदलने के प्रयास किए जाते हैं तो सफलता कई चुनौतियों के बाद भी हासिल हो जाती है.
You may also like
बेहतर मौकों की तलाश में अनुज रावत, उत्तराखंड के कस्बे से निकलकर बनाई पहचान
सैमसंग के नए फोल्डेबल फोन्स का जलवा, 48 घंटे में मिले 2 लाख से ज्यादा प्री-ऑर्डर
बिहार में बिजली आएगी तब फ्री होगी न, नीतीश कुमार के 125 यूनिट फ्री बिजली पर एके शर्मा ने ले लिए मजे
मीडिया के सामने बैठी थी महिला खिलाड़ी, तभी बजी फोन की घंटी, फिर आनन-फानन ये क्या बोल दिया
केंद्रीय मंत्री की डिमांड पूरी, तिरुपति तिरुमला देवस्थानम ने अपने चार गैर हिंदू कर्मचारियों को किया सस्पेंड