हर महीने ₹15,000 निवेश करो, 15% रिटर्न पाओ और 15 साल में बन जाओ करोड़पति! सोशल मीडिया और फाइनेंस ब्लॉग्स पर वायरल हो चुका ये फॉर्मूला, जिसे 15-15-15 नियम कहा जाता है. यह निवेश की दुनिया में किसी जादू से कम नहीं लगता. लेकिन क्या ये सच में काम करता है? क्या हर कोई इतने आसान तरीके से करोड़पति बन सकता है? आज हम इस नियम की हकीकत के बारे में जानेंगे, इसमें छिपे जोखिम क्या हैं और असल निवेशकों को क्या ध्यान में रखना चाहिए.
आप निवेश की रकम तय कर सकते हैं, लेकिन रिटर्न नहीं
SIP की रकम और कितने साल तक निवेश करना है, ये तो आपके हाथ में है. लेकिन 15% का रिटर्न हर साल मिलेगा – ये आप नहीं तय कर सकते. बाजार कभी चढ़ता है, कभी गिरता है. इसलिए लगातार 15% कमाना हर किसी के लिए मुमकिन नहीं होता.
हर फंड नहीं देता 15% रिटर्न
कुछ अच्छे म्यूचुअल फंड्स ने कभी-कभी 15% से ज्यादा रिटर्न दिए हैं, लेकिन हमेशा नहीं. फंड का रिटर्न इस बात पर निर्भर करता है कि किस कंपनी में पैसा लगाया गया, बाजार की स्थिति कैसी रही और फंड मैनेजर ने क्या फैसले लिए.
ज्यादा रिटर्न के लिए ज्यादा जोखिम
अगर आप हर हाल में 15% रिटर्न चाहते हैं, तो आपको अपना पूरा पैसा शेयर बाजार (इक्विटी) में लगाना होगा. लेकिन शेयर बाजार में गिरावट भी आती है. इसलिए पोर्टफोलियो में थोड़ा हिस्सा डेब्ट फंड (जैसे बॉन्ड) में रखना जरूरी होता है, ताकि नुकसान से बचा जा सके.
जिंदगी में प्लान के अलावा बहुत कुछ
नौकरी बदल सकती है, आमदनी कम हो सकती है, किसी घर में इमरजेंसी आ सकती है. कई बार SIP में नुकसान देखकर लोग डर जाते हैं और बीच में निवेश बंद कर देते हैं. असल खतरा यही है कि लोग बीच में ही रुक जाते हैं.
15 साल बाद कम हो जाएगी 1 करोड़ की वैल्यू
अगर महंगाई हर साल 5% रही, तो 15 साल बाद ₹1 करोड़ की वैल्यू सिर्फ ₹48 लाख के बराबर होगी. यानी जो रकम आज बहुत लगती है, वो कल उतनी काम की नहीं रहेगी.
गलत स्कीम में फंस सकते हैं लोग
15% रिटर्न के चक्कर में कुछ लोग ऐसे फंड चुनते हैं जो बहुत रिस्की होते हैं. कुछ तो फ्रॉड स्कीम्स में भी फंस जाते हैं. इसलिए सिर्फ ज्यादा रिटर्न की चाहत में गलत कदम नहीं उठाने चाहिए.
तो सही तरीका क्या है?
10-12% का रिटर्न रियलिस्टिक मानें. पोर्टफोलियो में इक्विटी और डेब्ट का संतुलन रखें. हर साल अपने निवेश की समीक्षा करें. SIP में लगातार निवेश करते रहें, चाहे बाजार ऊपर हो या नीचे.
15-15-15 नियम दिखने में अच्छा है, लेकिन ये हर किसी पर फिट नहीं बैठता. असली सफलता तब मिलती है जब आप धैर्य रखें, अपने प्लान पर टिके रहें और समझदारी से फैसले लें. करोड़पति बनने का रास्ता शॉर्टकट नहीं, बल्कि लगातार सही निवेश से बनता है.
आप निवेश की रकम तय कर सकते हैं, लेकिन रिटर्न नहीं
SIP की रकम और कितने साल तक निवेश करना है, ये तो आपके हाथ में है. लेकिन 15% का रिटर्न हर साल मिलेगा – ये आप नहीं तय कर सकते. बाजार कभी चढ़ता है, कभी गिरता है. इसलिए लगातार 15% कमाना हर किसी के लिए मुमकिन नहीं होता.
हर फंड नहीं देता 15% रिटर्न
कुछ अच्छे म्यूचुअल फंड्स ने कभी-कभी 15% से ज्यादा रिटर्न दिए हैं, लेकिन हमेशा नहीं. फंड का रिटर्न इस बात पर निर्भर करता है कि किस कंपनी में पैसा लगाया गया, बाजार की स्थिति कैसी रही और फंड मैनेजर ने क्या फैसले लिए.
ज्यादा रिटर्न के लिए ज्यादा जोखिम
अगर आप हर हाल में 15% रिटर्न चाहते हैं, तो आपको अपना पूरा पैसा शेयर बाजार (इक्विटी) में लगाना होगा. लेकिन शेयर बाजार में गिरावट भी आती है. इसलिए पोर्टफोलियो में थोड़ा हिस्सा डेब्ट फंड (जैसे बॉन्ड) में रखना जरूरी होता है, ताकि नुकसान से बचा जा सके.
जिंदगी में प्लान के अलावा बहुत कुछ
नौकरी बदल सकती है, आमदनी कम हो सकती है, किसी घर में इमरजेंसी आ सकती है. कई बार SIP में नुकसान देखकर लोग डर जाते हैं और बीच में निवेश बंद कर देते हैं. असल खतरा यही है कि लोग बीच में ही रुक जाते हैं.
15 साल बाद कम हो जाएगी 1 करोड़ की वैल्यू
अगर महंगाई हर साल 5% रही, तो 15 साल बाद ₹1 करोड़ की वैल्यू सिर्फ ₹48 लाख के बराबर होगी. यानी जो रकम आज बहुत लगती है, वो कल उतनी काम की नहीं रहेगी.
गलत स्कीम में फंस सकते हैं लोग
15% रिटर्न के चक्कर में कुछ लोग ऐसे फंड चुनते हैं जो बहुत रिस्की होते हैं. कुछ तो फ्रॉड स्कीम्स में भी फंस जाते हैं. इसलिए सिर्फ ज्यादा रिटर्न की चाहत में गलत कदम नहीं उठाने चाहिए.
तो सही तरीका क्या है?
10-12% का रिटर्न रियलिस्टिक मानें. पोर्टफोलियो में इक्विटी और डेब्ट का संतुलन रखें. हर साल अपने निवेश की समीक्षा करें. SIP में लगातार निवेश करते रहें, चाहे बाजार ऊपर हो या नीचे.
15-15-15 नियम दिखने में अच्छा है, लेकिन ये हर किसी पर फिट नहीं बैठता. असली सफलता तब मिलती है जब आप धैर्य रखें, अपने प्लान पर टिके रहें और समझदारी से फैसले लें. करोड़पति बनने का रास्ता शॉर्टकट नहीं, बल्कि लगातार सही निवेश से बनता है.
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