आगरा के नॉर्थ विजय नगर कॉलोनी में एक वृद्धा की मौत की जानकारी तब मिली जब उनके भाई ने दो महीने बाद उनसे मिलने का प्रयास किया। 65 वर्षीय निर्मल देवी, जो अकेली रहती थीं, की मौत का पता तब चला जब उनका शव कंकाल में बदल चुका था। उनके भाई रणवीर सिंह ने बताया कि निर्मल ने डाक्टरेट की डिग्री हासिल की थी और उनके पिता गोपाल की एक सफल फैक्ट्री थी।
निर्मल देवी का परिवार काफी समय से उनसे दूर था। उनके पिता की 20 साल पहले और मां की ढाई साल पहले मृत्यु हो चुकी थी। निर्मल ने अपने सौतेले भाई-बहनों से दूरी बना ली थी, जिससे वह अकेली रह गईं।
निर्मल देवी कोठी नंबर 67 में निवास करती थीं। जब उनके भाई ने दरवाजा खटखटाया और कोई जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने घर में जाकर निर्मल का कंकाल पाया।
पुलिस का मानना है कि उनकी मृत्यु लगभग दो महीने पहले हुई थी। पड़ोसियों ने बताया कि निर्मल देवी अक्सर एक दुकान पर जाकर एक लीटर दूध खरीदती थीं, लेकिन इसके अलावा उन्हें किसी ने नहीं देखा।
पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, ताकि मौत के कारणों का पता चल सके।