दुनिया का वो इकलौता पेड़, जिसपर बैठते ही पक्षियों की हो जाती है मौत | GK in Hindi General Knowledge : अधिकांश पौधे परागण के लिए पक्षियों और कीटों पर निर्भर रहते हैं। ये पौधे हवा में मीठे अमृत की सुगंध छोड़ते हैं, जिसे पक्षी और कीट पसंद करते हैं। लेकिन धरती पर एक ऐसा पेड़ भी है, जो पक्षियों की जान ले लेता है। यह पेड़ छोटे पक्षियों को अपनी शाखाओं पर घोंसला बनाने के लिए आकर्षित करता है। जब पक्षी इसकी शाखाओं पर बैठते हैं, तो इसके चिपचिपे बीज उनके पंखों से चिपक जाते हैं। नतीजतन, वे इतने भारी हो जाते हैं कि कुछ समय बाद वे जमीन पर गिर जाते हैं और भूख से मर जाते हैं या शिकारियों द्वारा खा लिए जाते हैं। इसलिए इन पौधों को पक्षियों का हत्यारा भी कहा जाता है।
पिसोनिया प्लांट: पक्षियों का हत्यारा
पक्षियों को मारने के लिए बदनाम इस पेड़ का नाम पिसोनिया प्लांट है। इन्हें “बर्ड-कैचर” भी कहा जाता है। इसके बीज लंबे होते हैं, जो मोटी चिपचिपी जेल से ढके होते हैं। इनमें एक छोटा हुक होता है, जो आसानी से किसी भी चीज़ से चिपक जाता है। ये बीज बड़े उलझे हुए गुच्छों में उगते हैं, जिसमें एक दर्जन से लेकर दो सौ से अधिक बीज हो सकते हैं। जब कोई पक्षी इस पौधे की शाखाओं पर बैठता है, तो ये बीज उसके पंखों में चिपक जाते हैं, जिससे ये बीज फैलते हैं। बाद में इसी वजह से उनकी मौत हो जाती है।
समुद्री पक्षियों के लिए खतरा
पिसोनिया का पेड़ साल में दो बार फूल देता है। आमतौर पर कैरिबियाई द्वीपों पर उगने वाले ये पौधे समुद्री पक्षियों के लिए घातक होते हैं। जब समुद्री पक्षी घोंसला बनाने के लिए पिसोनिया पर बैठते हैं और उनके बच्चे अंडे से बाहर आते हैं, तो समुद्री पक्षी उड़ जाते हैं। लेकिन छोटे बच्चे चिपचिपे गुच्छों में उलझकर फंस जाते हैं। मुट्ठी भर बीज भी उनके लिए जानलेवा बन जाते हैं। वे उड़ने में असमर्थ हो जाते हैं और नीचे गिर जाते हैं।
पिसोनिया के पेड़ पर समुद्री पक्षियों की उपस्थिति
कभी-कभी वे पेड़ों पर ही मर जाते हैं। उनकी लाशें शाखाओं से लटकी हुई दिखाई देती हैं। हैरानी की बात यह है कि इतने खतरनाक होने के बावजूद कई समुद्री पक्षियों को पिसोनिया के पेड़ पसंद हैं। वे उन पर घोंसला बनाते हैं और अपने बच्चों को जन्म देते हैं। यूएस फिश एंड वाइल्डलाइफ सर्विस की वन्यजीव जीवविज्ञानी बेथ फ्लिंट कहती हैं कि ऐसा पिसोनिया का पेड़ देखना दुर्लभ है, जिस पर समुद्री पक्षी न हों।
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