नई दिल्ली. भारत में सोने की कीमतें हाल के महीनों में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची हैं. सोना 1.23 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला गया है. निवेशकों और उपभोक्ताओं, दोनों के लिए यह नया मील का पत्थर उत्साह और चिंता दोनों का कारण बना है. अब 2026 को लेकर चर्चा तेज है, जब बुल्गारियाई रहस्यवादी बाबा वेंगा की भविष्यवाणी से सोने में और उछाल की संभावना जताई जा रही है.
वैश्विक अस्थिरता से बढ़ी गोल्ड की डिमांड
विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, बढ़ती मुद्रास्फीति और व्यापारिक तनावों ने सोने को फिर से ‘सुरक्षित निवेश’ की श्रेणी में पहुंचा दिया है. डॉलर की कमजोरी और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उतार-चढ़ाव ने निवेशकों को सोने की ओर खींचा है. कई देशों में ब्याज दरें स्थिर रहने और मंदी के डर ने भी इस पीली धातु को नई चमक दी है.
बाबा वेंगा की भविष्यवाणी और 2026 का संकट
रिपोर्टों के अनुसार, बाबा वेंगा ने 2026 में एक वैश्विक वित्तीय संकट या ‘कैश-क्रश’ की आशंका जताई थी. ऐसे में परंपरागत बैंकिंग प्रणाली प्रभावित हो सकती है, और सोने की कीमतें 25 फीसदी से 40 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है. यदि ऐसा होता है, तो भारत में सोने का भाव 1.62 लाख रुपये से 1.82 रुपये लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है, जो अब तक का सर्वाधिक स्तर होगा.
निवेशकों के लिए क्या है संकेत
निवेशकों के लिए यह समय सतर्कता और रणनीति का है. सोना हमेशा से आर्थिक संकट के समय सुरक्षा कवच माना गया है, लेकिन केवल भविष्यवाणियों पर भरोसा करना जोखिमभरा हो सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि निवेश के फैसले मुद्रास्फीति, ब्याज दरों और वैश्विक परिस्थितियों के आधार पर लेने चाहिए. सोने की चमक भले ही भविष्य में और बढ़े, लेकिन विवेकपूर्ण निवेश ही असली ‘गोल्डन मूव’ साबित होगा.
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