नई दिल्ली, 2 जून . ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद करीब 2,000 अवैध बांग्लादेशियों को वापस भेजने को लेकर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने सोमवार को अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि लाखों अवैध प्रवासियों में से 2,000 को वापस भेजने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, “भारत सरकार तो दावा करती है कि बांग्लादेश और म्यांमार से जो आए हुए हैं और उनकी संख्या लाखों में है, तो सिर्फ 2,000 भेजकर कोई नतीजा नहीं आएगा. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि भारत कोई ऐसी जगह नहीं है कि जो चाहेगा वह आकर रहना शुरू कर देगा, कोई धर्मशाला नहीं है. इसलिए ऐसे तमाम लोग जो बाहर से गैरकानूनी तरीके से आए हैं, उन्हें वापस भेजना चाहिए. अमेरिका तो हथकड़ियां लगाकर भेज रहा है, आप उन्हें इज्जत के साथ भेज दें. उन्हें वापस भेजना ही चाहिए.”
अधिकतर बांग्लादेशियों का घुसपैठ पश्चिम बंगाल से होने और इसके लिए ममता सरकार की जिम्मेदारी से जुड़े सवाल पर अल्वी ने केंद्र सरकार को घेरा. अवैध घुसपैठ के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा, “गैर-कानूनी तौर से बॉर्डर पार करके देश में घुसकर आ रहे हैं, उसके लिए ममता बनर्जी जिम्मेदार है या भारत सरकार? बॉर्डर की सुरक्षा ममता (सरकार) करती है या नरेंद्र मोदी करते हैं? वे घुसकर कैसे आ रहे हैं? केंद्र अपना इल्जाम क्यों ममता (बनर्जी) के ऊपर डाल रहा है? इसके लिए केंद्र दोषी है. गैर-कानूनी तरीके से घुसपैठ होने के लिए भारत सरकार जिम्मेदार है.”
सोशल मीडिया पर लॉ की छात्रा शर्मिष्ठा पनोली के विवादित पोस्ट के बाद कोलकाता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने को लेकर उन्होंने कहा, “पिछले 11 साल से यह माहौल देश में पैदा हुआ है, जिसके लिए भाजपा और आरएसएस जिम्मेदार हैं. लोग इस्लाम के खिलाफ हमला करने लगे हैं, उसे क्रिटिसाइज करने लगे हैं. यह देश दूसरे धर्मों को सम्मान देने के लिए पहचाना जाता है. लेकिन याद कीजिए, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता ने जो बयान दिया था, उसके बाद सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में उसकी आलोचना हुई थी. ऐसे में मेरे हिसाब से यह कार्रवाई सही हुई है.”
–
एससीएच/एकेजे
The post first appeared on .
You may also like
तेजस्वी को मिला ऐआईयमआईयम का प्रस्ताव, 'अलायंस करें वरना...'?
पाक बेनकाब
आज का दिन पांच राशियों के लिए बना है बेहद शुभ, जानें किन राशि वालों को मिलेगी धन, प्रेम और तरक्की की सौगात
धारावी रिडेवलपमेंट के अपात्रों को कुर्ला में मिलेगी शरण, जानें कितने लोगों को है शिफ्ट करने की तैयारी
गरुड़ पुराण में मृत्यु के रहस्य: अंतिम क्षणों में क्या होता है?