New Delhi, 9 अक्टूबर . देशभर में करवा चौथ का पर्व बड़ी धूमधाम और आस्था के साथ मनाया जाता है. यह दिन हर विवाहित महिला के लिए बेहद खास होता है, क्योंकि इस व्रत का संबंध पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य से जुड़ा है. ऐसे में बाजारों में भी खास रौनक देखने को मिलती है.
महिलाएं इस दिन दुल्हन की तरह सजती-संवरती हैं. सुहाग के प्रतीक लाल साड़ी, सिंदूर, चूड़ियां, बिंदिया, महावर और गहनों से सजी महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की प्रार्थना करती हैं. इस व्रत को लेकर महिलाएं कई दिन पहले से ही तैयारियां शुरू कर देती हैं. घरों में साज-सज्जा, पूजा की थालियां सजाना और करवे खरीदना सब पहले से लिया जाता है.
ऐसे में Thursday को बाजारों में सुबह से भारी भीड़ रही. पंजाब के मोगा के बाजारों में महिलाएं मेंहदी लगवाने और पारंपरिक चूड़ियां खरीदने में व्यस्त दिखीं. मेंहदी कलाकारों की दुकानों पर महिलाओं की लंबी कतारें लगीं.
वहीं, वाराणसी में भी करवा चौथ के बाजारों में जबरदस्त रौनक दिखी. दुकानों में पारंपरिक करवे, पूजा की थालियां और श्रृंगार के सामानों की भरमार है. इस बार मिट्टी और स्टील के डिजाइनर करवे खास आकर्षण बने हुए हैं. रंग-बिरंगे करवे और सुंदर सजी हुई थालियां महिलाओं को काफी पसंद आ रही हैं.
व्यापारियों के मुताबिक, इस बार पिछले सालों की तुलना में करवा चौथ के बाजार में ज्यादा रौनक है. खरीदारी बढ़ने से कारोबारियों के चेहरों पर मुस्कान है. वहीं, महिलाएं पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ अपने इस प्रिय त्योहार की तैयारियों में जुटी हैं.
बता दें कि करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और रात में चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत खोलती हैं. इस बार करवा चौथ 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
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पीआईएम/एबीएम
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