बीजिंग, 14 मई . चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चीन की राजकीय यात्रा पर आए ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला के साथ पेइचिंग के जन वृहद भवन में वार्ता की.
शी चिनफिंग ने बताया कि पिछले वर्ष चीन और ब्राजील के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर दोनों पक्षों ने संयुक्त रूप से घोषणा की थी कि वे द्विपक्षीय संबंधों को चीन-ब्राजील साझे भविष्य वाले समुदाय के स्तर तक उन्नत करेंगे, ताकि संयुक्त रूप से अधिक न्यायपूर्ण विश्व और अधिक टिकाऊ ग्रह का निर्माण किया जा सके.
इस रणनीतिक निर्णय ने चीन-ब्राजील संबंधों के अगले “स्वर्णिम 50 वर्षों” के लिए एक भव्य खाका तैयार किया है. परिवर्तन और अराजकता से भरी अंतर्राष्ट्रीय स्थिति का सामना करते हुए, चीन और ब्राजील को मानव प्रगति और वैश्विक विकास के लिए अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की अपनी मूल आकांक्षाओं को बनाए रखना चाहिए, चीन-ब्राजील साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण को गहरा करना चाहिए, विकास रणनीतियों के संरेखण को लगातार गहरा करना चाहिए और ग्लोबल साउथ देशों को एकता और सहयोग को मजबूत करने के लिए एक साथ काम करना चाहिए.
लूला ने कहा कि ब्राजील और चीन एक-दूसरे का सम्मान करते हैं. दोनों देशों के बीच संबंध अटूट हैं और किसी भी बाहरी कारक से इनमें कोई बाधा या क्षति नहीं आएगी. अन्य प्रमुख देशों के विपरीत, चीन ने हमेशा ब्राजील सहित लैटिन अमेरिकी देशों को आर्थिक और सामाजिक विकास हासिल करने में ईमानदारी से समर्थन और मदद की है. ब्राजील चीन के साथ रणनीतिक सहयोग को गहरा करने, साझे भविष्य वाले ब्राजील-चीन समुदाय के निर्माण को बढ़ावा देने, अधिक न्यायपूर्ण, शांतिपूर्ण और समृद्ध विश्व का निर्माण करने तथा अन्य देशों के लिए एक उदाहरण स्थापित करने को तैयार है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–
एबीएम/
You may also like
एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रही छात्राओं को बड़ी सौगात! 11वीं से पीएचडी तक मिलेगी प्रोत्साहन राशि, इस दिन तक करे आवेदन
ICC Test Ranking: कभी भी नहीं टूटेगा रवीन्द्र जडेजा का ये विश्व रिकॉर्ड?
लखनऊ में चलती बस में आग लगने से 5 की जिंदा जलकर मौत, बिहार से दिल्ली जा रही थी स्लीपर बस
सीजफायर के बाद भी सुरक्षा में कोई ढिलाई नहीं! भरतपुर में लगाए जाएंगे इलेक्ट्रिक सायरन, कंट्रोल रूम की तैयारी शुर
ओडिशा सरकार का बड़ा फैसला, पिछड़े वर्गों को उच्च शिक्षा में 11.25% आरक्षण, मेडिकल-इंजीनियरिंग कॉलेज रहेंगे बाहर