बड़ी आंत का कैंसर (कोलोरेक्टल कैंसर) एक गंभीर बीमारी है, जो धीरे-धीरे विकसित होती है लेकिन समय पर पहचान होने पर इसका इलाज संभव है। यह कैंसर अक्सर आंत की अंदरूनी दीवार पर छोटे-छोटे पोलिप्स के रूप में शुरू होता है, जो समय के साथ कैंसर में बदल सकते हैं। यह बीमारी पुरुषों और महिलाओं दोनों को हो सकती है, लेकिन 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में इसका खतरा ज्यादा होता है।
❗ कितनी खतरनाक है ये बीमारी?
डॉक्टरों के अनुसार, यदि इस कैंसर का इलाज शुरुआती चरणों में शुरू कर दिया जाए, तो रोगी पूरी तरह ठीक हो सकता है। लेकिन अगर कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों जैसे लिवर, फेफड़ों या लिम्फ नोड्स तक फैल जाए, तो स्थिति गंभीर हो जाती है। भारत में इस कैंसर के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं और इसके पीछे एक बड़ी वजह जागरूकता की कमी है।
🔍 बड़ी आंत के कैंसर के 5 प्रमुख शुरुआती लक्षण
1. लगातार दस्त या कब्ज
अगर आपको बार-बार दस्त हो रहे हैं या फिर कब्ज की समस्या बनी रहती है, और यह समस्या हफ्तों तक जारी रहती है, तो इसे नजरअंदाज न करें।
2. मल में खून आना
अगर मल के साथ खून आ रहा है, चाहे वह ताजा हो या सूखा, तो यह बड़ी आंत में किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। लोग इसे अक्सर बवासीर समझकर भूल जाते हैं, जिससे इलाज में देरी होती है।
3. पेट दर्द और गैस की समस्या
बार-बार पेट में दर्द, सूजन या गैस होना – ये लक्षण बड़ी आंत में किसी परेशानी की ओर इशारा कर सकते हैं।
4. अत्यधिक थकान और कमजोरी
अगर आपको बिना मेहनत किए थकावट महसूस हो रही है और कमजोरी बनी हुई है, तो यह शरीर में खून की कमी और आंत के कैंसर की ओर संकेत कर सकता है।
5. अचानक वजन घटना
बिना डाइटिंग या एक्सरसाइज के वजन कम होना भी कैंसर का लक्षण हो सकता है, क्योंकि कैंसर कोशिकाएं शरीर की ऊर्जा को तेजी से खत्म करती हैं।
✅ बचाव और समय पर जांच है जरूरी
मैक्स हॉस्पिटल, शालीमार बाग के कैंसर विशेषज्ञ डॉ. कुमारदीप दत्ता चौधरी के अनुसार, यदि आपकी उम्र 50 वर्ष से अधिक है या आपके परिवार में किसी को यह कैंसर रहा है, तो नियमित जांच बेहद जरूरी है। इसके अलावा कुछ ज़रूरी सावधानियाँ:
फाइबर युक्त और संतुलित आहार लें
नियमित व्यायाम करें
धूम्रपान और शराब से दूरी बनाए रखें
समय-समय पर मेडिकल चेकअप करवाएं
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