युद्ध के बिल्कुल करीब पहुंच चुके भारत और पाकिस्तान के बीच भले समझौता हो गया हो, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ जंग जारी रहेगी। फिर भी, समझौते तक भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिये काफी कुछ हासिल किया, जिनमें से ये सात बातें काफी मायने रखती हैं।पहली बात यह कि भारत ने बदला तो उरी और पुलवामा का भी लिया था, लेकिन इस बार स्ट्राइक ज्यादा तीव्र और घातक रही। भारतीय सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर ही नहीं, पाकिस्तान के पंजाब तक में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 140 आतंकवादी मारे गए।दूसरी, भारत-पाकिस्तान मामले में यह डर हमेशा से रहता है कि दोनों परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र हैं और इनके बीच का टकराव परमाणु युद्ध तक पहुंच सकता है। पाकिस्तान ने इस नैरेटिव को दुनिया में खूब बेचा और फायदा भी उठाया। लेकिन, पिछले एक दशक में इसमें बदलाव आया है। अब भारत LoC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने से भी नहीं हिचकता। इस बार सौ किमी अंदर तक घुसकर उसने एक नया ट्रेंड सेट किया।तीसरी, भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर रखा है। यह बात इसलिए अहम है, क्योंकि 1971 और कारगिल वॉर के दौरान भी संधि जारी रही थी। पिछले कुछ साल से भारत इस संधि को रिव्यू करने की बात कह रहा है। पानी के जरिये भारत ने पड़ोसी देश पर बड़ी कूटनीतिक बढ़त हासिल की है।चौथी, अभी तक भारत की कोशिश यह भी होती थी कि पाकिस्तान को सबूत सौंपकर रास्ते पर लाने की कोशिश की जाए, उस पर इंटरनैशनल कम्युनिटी का प्रेशर बनाया जाए। नई दिल्ली ने प्रेशर तो बनाया, लेकिन साथ में खुद एक्शन लेकर बताया कि उसके पास और भी विकल्प हैं।पांचवीं, अब से हर आतंकी हमला एक्ट ऑफ वॉर माना जाएगा और यह पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ी चेतावनी है। पाकिस्तान को इसके बाद अपने यहां के आतंकवादियों को कंट्रोल करना पड़ेगा। अगर वह ऐसा नहीं करता है तो भारत ने संकेत दिया है कि वह आगे भी पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा।छठी, भारत ने मॉडर्न वॉरफेयर की अपनी क्षमता साबित की। यह भी दिखाया कि उसका डिफेंस सिस्टम कितना मजबूत है। देश की उत्तरी और पश्चिमी सीमा पर उसने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को बखूबी नाकाम किया।सातवीं, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में आर्मी और चुनी हुई सरकार का अंतर्विरोध भी सामने आ गया। राजनीतिक नेतृत्व से बात नहीं बनी तो अमेरिका ने समझौते का प्रेशर डालने के लिए पाकिस्तान के आर्मी चीफ से बात की।
You may also like
ग्लोबल वार्मिंग का बढ़ता खतरा: भारत में गेहूं की पैदावार पर गंभीर प्रभाव
Gujarat mein mausam ka dohra rukh: अगले दो दिन आंधी-बारिश, 16 मई से लू की चेतावनी
यह समय सवाल -जवाब का नहीं, देश की अस्मिता का है : दानिश आजाद अंसारी
संभाजी महाराज की जयंती, विक्की कौशल ने 'छावा' को किया नमन
वयस्कता में टाइप 1 डायबिटीज से हृदय रोग और मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है : अध्ययन