पटना: बिहार का मोकामा विधानसभा क्षेत्र और 'बाहुबली' अनंत सिंह राजनीतिक रूप से एक दूसरे के पर्याय माने जाते हैं, लेकिन इस बार 'छोटे सरकार' को उनके इस गढ़ में शिकस्त देने का बीड़ा दूसरे 'बाहुबली' सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी ने उठाया है। वीणा का कहना है कि मौका मिलने पर वो उसी तरह मोकामा तस्वीर भी बदल देंगी, जैसे अपने पति के व्यक्तित्व को बदला है। अनंत सिंह को उनके समर्थक 'छोटे सरकार' के नाम से पुकारते हैं, जो इस बार के विधानसभा चुनाव में जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार हैं। उनके मुकाबले राष्ट्रीय जनता दल ने सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को टिकट दिया है। चुनावी मैदान में उम्मीदवार के रूप में भले ही वीणा देवी हों, लेकिन जनता के बीच 'छोटे सरकार बनाम सूरजभान' का मुकाबला ही माना जा रहा है।
'जैसे पति को बदला, वैसे की मोकामा को भी...'अनंत सिंह और सूरजभान सिंह दोनों भूमिहार जाति से ताल्लुक रखते हैं। भूमिहार मतदाता मोकामा में निर्णायक भूमिका में हैं। सूरजभान पर आपराधिक मामलों के चलते चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा है। पूर्व सांसद वीणा देवी का कहना है कि उनके पति अब 'बदले हुए व्यक्ति' हैं। उन्होंने दावा किया कि जैसे उन्होंने अपने पति को 'सुधारा', वैसे ही मोकामा की तस्वीर भी बदल देंगी। उन्होंने बातचीत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास मॉडल पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि बिहार में विकास 'सिर्फ सड़कों और फ्लाईओवरों तक सीमित' है, जबकि आम लोगों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। वीणा देवी ने बताया कि उन्होंने बतौर सांसद कई मुद्दे उठाए। उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों को लिखे गए पत्रों की फाइलें भी दिखाईं।
'नीतीश का महिला विकास सिर्फ दिखावा'बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। नीतीश कुमार सरकार के महिलाओं को सशक्त करने के दावे पर सवाल उठाते हुए वीणा देवी ने कहा, 'सरकार कहती है कि महिलाओं को 10,000 रुपए दिए गए हैं, लेकिन आधी महिलाएं इससे वंचित हैं। 10,000 रुपए में कोई क्या कारोबार करेगा? इतनी रकम में तो बच्चों के कपड़े भी नहीं खरीदे जा सकते।' उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना में दी गई राशि व्यावहारिक नहीं है और महिलाओं को सिर्फ दिखावे के लिए पैसे दिए गए हैं।
वीणा ने किया पति पर लगे आरोपों का बचावमोकामा विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं का उल्लेख करते हुए वीणा देवी ने कहा, 'यहां उचित शिक्षा संस्थान नहीं हैं, महिलाओं के लिए कॉलेज की सख्त जरूरत है। स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं, एक अस्पताल था जो वर्षों से बंद पड़ा है। मैंने स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।' उन्होंने कहा कि उन्होंने स्थानीय उद्योगों और कृषि से जुड़े मुद्दे भी केंद्र सरकार के समक्ष उठाए। अपने पति के खिलाफ आपराधिक आरोपों पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'ये बहुत पुरानी बात है। हमारी शादी से पहले की बातें हैं। अब वह राजनीति में हैं और कई बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। किसी को भी 'बाहुबली' कहा जा सकता है, लेकिन लोगों को बड़ी तस्वीर देखनी चाहिए।'
'अगर मैं एक आदमी को सुधार सकती हूं, तो..'उन्होंने कहा, 'अगर मैं एक आदमी को सुधार सकती हूं, तो मोकामा को भी सुधार सकती हूं।' वीणा देवी ने 2014 से 2019 तक मुंगेर का लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया था। वर्ष 2020 में अनंत सिंह ने राजद के टिकट पर मोकामा सीट जीती थी, लेकिन 2022 में एक आपराधिक मामले में सजा होने के बाद उनकी सदस्यता समाप्त हो गई। इसके बाद उनकी पत्नी नीलम देवी ने उपचुनाव जीता और बाद में जद(यू) में शामिल हो गईं। इस बार अनंत सिंह जदयू के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं।
इनपुट- भाषा
'जैसे पति को बदला, वैसे की मोकामा को भी...'अनंत सिंह और सूरजभान सिंह दोनों भूमिहार जाति से ताल्लुक रखते हैं। भूमिहार मतदाता मोकामा में निर्णायक भूमिका में हैं। सूरजभान पर आपराधिक मामलों के चलते चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा है। पूर्व सांसद वीणा देवी का कहना है कि उनके पति अब 'बदले हुए व्यक्ति' हैं। उन्होंने दावा किया कि जैसे उन्होंने अपने पति को 'सुधारा', वैसे ही मोकामा की तस्वीर भी बदल देंगी। उन्होंने बातचीत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास मॉडल पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि बिहार में विकास 'सिर्फ सड़कों और फ्लाईओवरों तक सीमित' है, जबकि आम लोगों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। वीणा देवी ने बताया कि उन्होंने बतौर सांसद कई मुद्दे उठाए। उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों को लिखे गए पत्रों की फाइलें भी दिखाईं।
'नीतीश का महिला विकास सिर्फ दिखावा'बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। नीतीश कुमार सरकार के महिलाओं को सशक्त करने के दावे पर सवाल उठाते हुए वीणा देवी ने कहा, 'सरकार कहती है कि महिलाओं को 10,000 रुपए दिए गए हैं, लेकिन आधी महिलाएं इससे वंचित हैं। 10,000 रुपए में कोई क्या कारोबार करेगा? इतनी रकम में तो बच्चों के कपड़े भी नहीं खरीदे जा सकते।' उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना में दी गई राशि व्यावहारिक नहीं है और महिलाओं को सिर्फ दिखावे के लिए पैसे दिए गए हैं।
वीणा ने किया पति पर लगे आरोपों का बचावमोकामा विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं का उल्लेख करते हुए वीणा देवी ने कहा, 'यहां उचित शिक्षा संस्थान नहीं हैं, महिलाओं के लिए कॉलेज की सख्त जरूरत है। स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं, एक अस्पताल था जो वर्षों से बंद पड़ा है। मैंने स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।' उन्होंने कहा कि उन्होंने स्थानीय उद्योगों और कृषि से जुड़े मुद्दे भी केंद्र सरकार के समक्ष उठाए। अपने पति के खिलाफ आपराधिक आरोपों पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'ये बहुत पुरानी बात है। हमारी शादी से पहले की बातें हैं। अब वह राजनीति में हैं और कई बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। किसी को भी 'बाहुबली' कहा जा सकता है, लेकिन लोगों को बड़ी तस्वीर देखनी चाहिए।'
'अगर मैं एक आदमी को सुधार सकती हूं, तो..'उन्होंने कहा, 'अगर मैं एक आदमी को सुधार सकती हूं, तो मोकामा को भी सुधार सकती हूं।' वीणा देवी ने 2014 से 2019 तक मुंगेर का लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया था। वर्ष 2020 में अनंत सिंह ने राजद के टिकट पर मोकामा सीट जीती थी, लेकिन 2022 में एक आपराधिक मामले में सजा होने के बाद उनकी सदस्यता समाप्त हो गई। इसके बाद उनकी पत्नी नीलम देवी ने उपचुनाव जीता और बाद में जद(यू) में शामिल हो गईं। इस बार अनंत सिंह जदयू के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं।
इनपुट- भाषा
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