बीकानेर: लालच इंसान को कहां तक गिरा सकता है, इसका ताजा उदाहरण बीकानेर में सामने आया है। यहां एक मेल नर्स ने 50 लाख रुपए के इंश्योरेंस क्लेम के लिए खुद को 'मरा हुआ' घोषित कर दिया। हद तो तब हुई जब उसने श्मशान घाट से अपने ही अंतिम संस्कार की फर्जी रसीद बनवाई और नगर निगम से डेथ सर्टिफिकेट तक निकलवा लिया। लेकिन, बैंक की पैनी नजरों के आगे उसका यह खेल ज्यादा देर टिक नहीं पाया।
कैसे हुआ खुलासा?
बीकानेर के जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में बंधन लाइफ इंश्योरेंस के लीगल ऑफिसर ने मामला दर्ज करवाया। दरअसल, मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, आरोपी मांगीलाल ज्याणी (29), श्रीगंगानगर ने 9 अगस्त 2023 को 50 लाख रुपए का टर्म इंश्योरेंस लिया था। किश्त सिर्फ 1221 रुपए महीना—लेकिन चालाकी बड़ी! दो किश्त जमा करने के बाद अक्टूबर 2023 में खुद को हार्ट अटैक से "मरवा" दिया। इसके बाद इंश्योरेंस क्लेम के लिए दोस्त के नाम से फर्जी डॉक्यूमेंट लगाए गए। श्मशान घाट की रसीद और बीकानेर नगर निगम से फर्जी डेथ सर्टिफिकेट तक बनवाया गया।
दोस्त शाहरूख उर्फ सन्नी भी शामिल
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, पूरे खेल में मांगीलाल का दोस्त शाहरूख उर्फ सन्नी भी बराबर का साझेदार निकला। उसने पवन नाम से फर्जी बैंक खाता खुलवाया, आधार-पैन-जन आधार कार्ड बनवाए और इंश्योरेंस में खुद को नॉमिनी बताया।
बैंक ने जब सच्चाई टटोली तो फर्जीवाड़े की परतें खुलने लगीं
कंपनी को शक हुआ तो पड़ताल शुरू की गई। मांगीलाल के पते पर पूछताछ हुई, तो पता चला साहब तो पूरी तरह जिंदा हैं! इसके बाद पुलिस ने मांगीलाल को दबोच लिया और उसके फर्जीवाड़े की परतें खुलने लगीं एसआई देवेंद्र सोनी ने बताया—"आरोपी ने अपने मरने का ड्रामा रचकर इंश्योरेंस का क्लेम उठाने की कोशिश की। फर्जी डॉक्यूमेंट्स और डेथ सर्टिफिकेट तैयार करवाने का पूरा नेटवर्क खंगाला जा रहा है।"
सबक: लालच में 'मरना' भी महंगा पड़ सकता है!
50 लाख के लालच में खुद को 'मार' देने वाला मांगीलाल अब सलाखों के पीछे है। पुलिस के हत्थे चढ़ते ही उसने माना कि ये सारा खेल पैसों के लिए रचा गया था। सवाल ये—क्या कुछ लोग पैसों के लिए कानून, दस्तावेज और यहां तक कि मौत तक से खेल सकते हैं? जवाब—बीकानेर का यह मामला खुद गवाही दे रहा है!
कैसे हुआ खुलासा?
बीकानेर के जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में बंधन लाइफ इंश्योरेंस के लीगल ऑफिसर ने मामला दर्ज करवाया। दरअसल, मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, आरोपी मांगीलाल ज्याणी (29), श्रीगंगानगर ने 9 अगस्त 2023 को 50 लाख रुपए का टर्म इंश्योरेंस लिया था। किश्त सिर्फ 1221 रुपए महीना—लेकिन चालाकी बड़ी! दो किश्त जमा करने के बाद अक्टूबर 2023 में खुद को हार्ट अटैक से "मरवा" दिया। इसके बाद इंश्योरेंस क्लेम के लिए दोस्त के नाम से फर्जी डॉक्यूमेंट लगाए गए। श्मशान घाट की रसीद और बीकानेर नगर निगम से फर्जी डेथ सर्टिफिकेट तक बनवाया गया।
दोस्त शाहरूख उर्फ सन्नी भी शामिल
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, पूरे खेल में मांगीलाल का दोस्त शाहरूख उर्फ सन्नी भी बराबर का साझेदार निकला। उसने पवन नाम से फर्जी बैंक खाता खुलवाया, आधार-पैन-जन आधार कार्ड बनवाए और इंश्योरेंस में खुद को नॉमिनी बताया।
बैंक ने जब सच्चाई टटोली तो फर्जीवाड़े की परतें खुलने लगीं
कंपनी को शक हुआ तो पड़ताल शुरू की गई। मांगीलाल के पते पर पूछताछ हुई, तो पता चला साहब तो पूरी तरह जिंदा हैं! इसके बाद पुलिस ने मांगीलाल को दबोच लिया और उसके फर्जीवाड़े की परतें खुलने लगीं एसआई देवेंद्र सोनी ने बताया—"आरोपी ने अपने मरने का ड्रामा रचकर इंश्योरेंस का क्लेम उठाने की कोशिश की। फर्जी डॉक्यूमेंट्स और डेथ सर्टिफिकेट तैयार करवाने का पूरा नेटवर्क खंगाला जा रहा है।"
सबक: लालच में 'मरना' भी महंगा पड़ सकता है!
50 लाख के लालच में खुद को 'मार' देने वाला मांगीलाल अब सलाखों के पीछे है। पुलिस के हत्थे चढ़ते ही उसने माना कि ये सारा खेल पैसों के लिए रचा गया था। सवाल ये—क्या कुछ लोग पैसों के लिए कानून, दस्तावेज और यहां तक कि मौत तक से खेल सकते हैं? जवाब—बीकानेर का यह मामला खुद गवाही दे रहा है!
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