नई दिल्ली: आज भाई दूज (Bhai Dooj) है। यह भाइयों और बहनों के बीच के खूबसूरत बंधन का उत्सव है, जो प्रेम और रक्षा और एक दूसरे के सम्मान का प्रतीक है। इस अवसर पर बहन भाई के मस्तक पर टीका लगाती है और उसके लंबी आयु की कामना करती है। भाई भी बहन को उपहार देते हैं। अगर आप अब तक यह तय नहीं कर पाए हैं कि इस दिन अपनी बहन को क्या उपहार दें, तो चिंता न करें, क्योंकि हम आपकी मदद के लिए यहां हैं। बजाज जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड (पूर्व नाम बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड) में हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन टीम के हेड भास्कर नेरुरकर का कहना है कि आप इस अवसर पर अपनी बहन को हेल्थ इंश्योरेंस कवर का उपहार दे सकते हैं। यह उपहार क्यों, इस बारे में जान लीजिए।
बढ़ रहा है मेडिकल खर्चइन दिनों देखें तो हर साल मेडिकल खर्च बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में एक कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी होना सबसे ज़्यादा ज़रूरी हो गया है। इस भाई दूज , सिर्फ मिठाइयों और रस्मों तक सीमित न रहें, बल्कि अपनी बहन को खासतौर पर महिलाओं के लिए बनी पॉलिसी देकर सुरक्षा का असली उपहार दें।
महिलाओं के लिए विशेष पॉलिसी
आजकल महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से तैयार की गई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी भी उपलब्ध हैं, जिनमें गर्भधारण न कर पाने के उपचार, सहायक प्रजनन तकनीकें, एग फ्रीज़िंग, गोद लेने के खर्च और यहां तक कि सरोगेसी देखभाल भी शामिल होती है, जो परिवार नियोजन की विभिन्न स्थितियों को विशेष रूप से समर्थन प्रदान करती हैं। कुछ पॉलिसी निवारक प्रक्रियाओं के लिए प्रोफिलैक्टिक सर्जरी लाभ भी प्रदान करती हैं, ताकि कुछ तरह के कैंसर होने का जोखिम कम किया जा सके। उदाहरण के लिए, प्रोफिलैक्टिक मास्टेक्टोमी उच्च-जोखिम वाले व्यक्तियों में स्तन कैंसर के जोखिम को 90% तक कम कर सकता है, जबकि प्रोफिलैक्टिक ऑफोरेक्टॉमी BRCA जीन म्यूटेशन कैरियर्स में अंडाशय और स्तन कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। कुछ कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी क्रिटिकल इलनेस कवरेज भी प्रदान करती हैं। ऐसी पॉलिसी अंडाशय कैंसर, स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर जैसी महिला-केंद्रित बीमारियों के साथ-साथ स्ट्रोक, कैंसर, डायबिटीज़, कार्डियोवस्कुलर रोग, न्यूरो कंडीशन, किडनी फेलियर, प्रमुख अंग प्रत्यारोपण आदि जैसी कई गंभीर बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करती है। गंभीर बीमारी से जूझना अपने आप में बेहद कठिन होता है और इस मुश्किल समय में इलाज की बेहद महंगी लागत इसे और भी चुनौतीपूर्ण बना देती है। कुछ पॉलिसी सूचीबद्ध गंभीर बीमारियों के लिए हॉस्पिटल में भर्ती रहने की अवधि के दौरान साप्ताहिक रिकवरी लाभ भी प्रदान करती हैं, साथ ही डाइट और न्यूट्रिशन परामर्श तथा निवारक स्वास्थ्य जांच जैसी वेलनेस सेवाओं का एक्सेस भी देती हैं।
एड-ऑन भी ले सकते हैं
कुछ इंश्योरेंस कंपनियां पारंपरिक दायरे के अतिरिक्त ऐड-ऑन भी पेश करती हैं, जैसे बच्चों की शिक्षा के लिए कवरेज, जो एक या अधिक बच्चों की पढ़ाई का खर्च वहन करता है, साथ ही नौकरी छूटने जैसी परिस्थितियां भी इसमें शामिल होती हैं। हालांकि, आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि ये कवरेज सम इंश्योर्ड के एक निश्चित प्रतिशत तक सीमित हैं। इसके अतिरिक्त, आज के समय में महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा एक गंभीर मुद्दा है, जिसे लेकर हर महिला को सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है। एक भाई होने के नाते, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी बहन ऐसे खतरों से सुरक्षित रहे, इसके लिए आप ऐसी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी चुनें जो यौन उत्पीड़न, एसिड अटैक और अपहरण जैसी घटनाओं से संबंधित कानूनी खर्चों को भी कवर करती हो।
इन पहलुओं पर भी दें ध्यान
अपनी बहन के लिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने से पहले इन महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान दें।
कवरेज और पॉलिसी नियमावली - पॉलिसी में क्या शामिल है और क्या नहीं हैं इसके बारे में स्पष्ट जानकारी होना बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपको क्लेम करने की प्रक्रिया को लेकर मानसिक रूप से तैयार करेगे. सह-भुगतान से लेकर सब-लिमिट तक, पॉलिसी नियमावली को पढ़ना बहुत ज़रूरी है।
नेटवर्क हॉस्पिटल्स - इमरजेंसी की स्थिति बता कर नहीं आती, इसलिए समझदारी इसी में है कि आप अपनी बहन की इंश्योरेंस पॉलिसी में शामिल नेटवर्क हॉस्पिटल्स की सूची हमेशा अपने पास रखें। पार्टनर हॉस्पिटल में जाने से हॉस्पिटलाइज़ेशन के मामले में कैशलेस ट्रीटमेंट मिलेगा।
सह-भुगतान – हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में को-पेमेंट की शर्त का मतलब होता है कि इलाज के खर्च का एक निश्चित प्रतिशत पॉलिसीधारक को अपनी जेब से भुगतान करना होगा। यह 10% से 40% के बीच हो सकता है। क्योंकि आप इसे अपनी बहन को गिफ्ट के रूप में दे रहे हैं, इसलिए आप 0% सह-भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं। इससे यह सुनिश्चित होगा कि समय आने पर आपकी जेब से कोई बड़ा खर्च नहीं हो।
प्रतीक्षा अवधि - अधिकांश हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में पहले से मौजूद कुछ बीमारियों के लिए प्रतीक्षा अवधि होती है। छोटी प्रतीक्षा अवधि वाली पॉलिसी का विकल्प चुनना बेहतर है।
बढ़ रहा है मेडिकल खर्चइन दिनों देखें तो हर साल मेडिकल खर्च बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में एक कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी होना सबसे ज़्यादा ज़रूरी हो गया है। इस भाई दूज , सिर्फ मिठाइयों और रस्मों तक सीमित न रहें, बल्कि अपनी बहन को खासतौर पर महिलाओं के लिए बनी पॉलिसी देकर सुरक्षा का असली उपहार दें।
महिलाओं के लिए विशेष पॉलिसी
आजकल महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से तैयार की गई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी भी उपलब्ध हैं, जिनमें गर्भधारण न कर पाने के उपचार, सहायक प्रजनन तकनीकें, एग फ्रीज़िंग, गोद लेने के खर्च और यहां तक कि सरोगेसी देखभाल भी शामिल होती है, जो परिवार नियोजन की विभिन्न स्थितियों को विशेष रूप से समर्थन प्रदान करती हैं। कुछ पॉलिसी निवारक प्रक्रियाओं के लिए प्रोफिलैक्टिक सर्जरी लाभ भी प्रदान करती हैं, ताकि कुछ तरह के कैंसर होने का जोखिम कम किया जा सके। उदाहरण के लिए, प्रोफिलैक्टिक मास्टेक्टोमी उच्च-जोखिम वाले व्यक्तियों में स्तन कैंसर के जोखिम को 90% तक कम कर सकता है, जबकि प्रोफिलैक्टिक ऑफोरेक्टॉमी BRCA जीन म्यूटेशन कैरियर्स में अंडाशय और स्तन कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। कुछ कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी क्रिटिकल इलनेस कवरेज भी प्रदान करती हैं। ऐसी पॉलिसी अंडाशय कैंसर, स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर जैसी महिला-केंद्रित बीमारियों के साथ-साथ स्ट्रोक, कैंसर, डायबिटीज़, कार्डियोवस्कुलर रोग, न्यूरो कंडीशन, किडनी फेलियर, प्रमुख अंग प्रत्यारोपण आदि जैसी कई गंभीर बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करती है। गंभीर बीमारी से जूझना अपने आप में बेहद कठिन होता है और इस मुश्किल समय में इलाज की बेहद महंगी लागत इसे और भी चुनौतीपूर्ण बना देती है। कुछ पॉलिसी सूचीबद्ध गंभीर बीमारियों के लिए हॉस्पिटल में भर्ती रहने की अवधि के दौरान साप्ताहिक रिकवरी लाभ भी प्रदान करती हैं, साथ ही डाइट और न्यूट्रिशन परामर्श तथा निवारक स्वास्थ्य जांच जैसी वेलनेस सेवाओं का एक्सेस भी देती हैं।
एड-ऑन भी ले सकते हैं
कुछ इंश्योरेंस कंपनियां पारंपरिक दायरे के अतिरिक्त ऐड-ऑन भी पेश करती हैं, जैसे बच्चों की शिक्षा के लिए कवरेज, जो एक या अधिक बच्चों की पढ़ाई का खर्च वहन करता है, साथ ही नौकरी छूटने जैसी परिस्थितियां भी इसमें शामिल होती हैं। हालांकि, आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि ये कवरेज सम इंश्योर्ड के एक निश्चित प्रतिशत तक सीमित हैं। इसके अतिरिक्त, आज के समय में महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा एक गंभीर मुद्दा है, जिसे लेकर हर महिला को सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है। एक भाई होने के नाते, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी बहन ऐसे खतरों से सुरक्षित रहे, इसके लिए आप ऐसी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी चुनें जो यौन उत्पीड़न, एसिड अटैक और अपहरण जैसी घटनाओं से संबंधित कानूनी खर्चों को भी कवर करती हो।
इन पहलुओं पर भी दें ध्यान
अपनी बहन के लिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने से पहले इन महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान दें।
कवरेज और पॉलिसी नियमावली - पॉलिसी में क्या शामिल है और क्या नहीं हैं इसके बारे में स्पष्ट जानकारी होना बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपको क्लेम करने की प्रक्रिया को लेकर मानसिक रूप से तैयार करेगे. सह-भुगतान से लेकर सब-लिमिट तक, पॉलिसी नियमावली को पढ़ना बहुत ज़रूरी है।
नेटवर्क हॉस्पिटल्स - इमरजेंसी की स्थिति बता कर नहीं आती, इसलिए समझदारी इसी में है कि आप अपनी बहन की इंश्योरेंस पॉलिसी में शामिल नेटवर्क हॉस्पिटल्स की सूची हमेशा अपने पास रखें। पार्टनर हॉस्पिटल में जाने से हॉस्पिटलाइज़ेशन के मामले में कैशलेस ट्रीटमेंट मिलेगा।
सह-भुगतान – हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में को-पेमेंट की शर्त का मतलब होता है कि इलाज के खर्च का एक निश्चित प्रतिशत पॉलिसीधारक को अपनी जेब से भुगतान करना होगा। यह 10% से 40% के बीच हो सकता है। क्योंकि आप इसे अपनी बहन को गिफ्ट के रूप में दे रहे हैं, इसलिए आप 0% सह-भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं। इससे यह सुनिश्चित होगा कि समय आने पर आपकी जेब से कोई बड़ा खर्च नहीं हो।
प्रतीक्षा अवधि - अधिकांश हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में पहले से मौजूद कुछ बीमारियों के लिए प्रतीक्षा अवधि होती है। छोटी प्रतीक्षा अवधि वाली पॉलिसी का विकल्प चुनना बेहतर है।
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