अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मड़ियांव थाना क्षेत्र में 18 वर्षीय इंटरमीडिएट छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने सनसनी फैला दी है। कार सवार दो युवकों और एक युवती ने 15 अक्टूबर की रात छात्रा को लिफ्ट देने के बहाने अपनी गाड़ी में जबरन बैठाया और नशीली चाय पिलाकर उसे बेहोश कर दिया था। इसके बाद आरोपियों ने उसे फ्लैटनुमा बिल्डिंग में ले जाकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया है। इतना ही नहीं, एक आरोपी ने छात्रा को चार दिन तक बंधक बनाकर रखा था। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है।
दरअसल पीड़िता ने 22 अक्टूबर को मड़ियांव थाने में तहरीर देकर घटना की पूरी जानकारी दी थी। तहरीर में छात्रा ने बताया कि आरोपियों ने उसे कार में बैठाने के बाद चाय पिलाई थी। जिससे उसका सिर भारी हो गया और वह होश खो बैठी थी। इसके बाद दोनों आरोपी उसे अज्ञात फ्लैट में ले गए, जहां कई दिनों तक उसे प्रताड़ित किया गया था। विरोध करने पर उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई थी।
मड़ियांव पुलिस ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए बीएनएस की धारा 127(2)/70(1)/351(3) के तहत केस दर्ज कर लिया था। इसी मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गाजीपुर निवासी जुनैद और महानगर निवासी अंशुमान कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। 20 वर्षीय जुनैद फर्नीचर का काम करता है। जबकि 19 वर्षीय अंशुमान एलएलबी की पढ़ाई करता है। उसके पिता वायरलेस विभाग में कार्यरत हैं। पुलिस अभी तीसरे आरोपी शिवांश और कार सवार युवती की तलाश कर रही है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
बताते चलें कि पीड़िता उस दिन घरवालों से नाराज होकर स्कूल से निकल गई थी। स्कूल गेट पर उसने अपनी सहेली के साथ बीबीडी की ओर घूमने का फैसला किया। दोपहर में वह घर लौटी, लेकिन थोड़ी देर बाद अकेले गोमतीनगर चली गई थी। रात में जब वह ऑटो से घर लौट रही थी, तभी खुर्रमनगर के पास ऑटो चालक रास्ता भटक गया। इस पर छात्रा ने ऑटो से उतरने का निर्णय लिया। तभी एक कार वहां आकर रुकी, जिसमें दो युवक और एक युवती सवार थे। उन्होंने छात्रा को विकास नगर तक लिफ्ट देने की पेशकश की, लेकिन छात्रा ने मना कर दिया।
इसी दौरान कार में बैठी युवती ने भरोसा दिलाया और उसे जबरन गाड़ी में खींच लिया था। आरोप है कि कार सवारों ने चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर छात्रा को बेहोश किया और फिर उसे किसी फ्लैटनुमा इमारत में ले जाकर उसके साथ कई बार बलात्कार किया। होश आने पर पीड़िता किसी तरह घर पहुंची और पूरी बात बताई, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं। पुलिस आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है। फिलहाल इस सनसनीखेज वारदात न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था की हकीकत को भी उजागर करती है।
दरअसल पीड़िता ने 22 अक्टूबर को मड़ियांव थाने में तहरीर देकर घटना की पूरी जानकारी दी थी। तहरीर में छात्रा ने बताया कि आरोपियों ने उसे कार में बैठाने के बाद चाय पिलाई थी। जिससे उसका सिर भारी हो गया और वह होश खो बैठी थी। इसके बाद दोनों आरोपी उसे अज्ञात फ्लैट में ले गए, जहां कई दिनों तक उसे प्रताड़ित किया गया था। विरोध करने पर उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई थी।
मड़ियांव पुलिस ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए बीएनएस की धारा 127(2)/70(1)/351(3) के तहत केस दर्ज कर लिया था। इसी मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गाजीपुर निवासी जुनैद और महानगर निवासी अंशुमान कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। 20 वर्षीय जुनैद फर्नीचर का काम करता है। जबकि 19 वर्षीय अंशुमान एलएलबी की पढ़ाई करता है। उसके पिता वायरलेस विभाग में कार्यरत हैं। पुलिस अभी तीसरे आरोपी शिवांश और कार सवार युवती की तलाश कर रही है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
बताते चलें कि पीड़िता उस दिन घरवालों से नाराज होकर स्कूल से निकल गई थी। स्कूल गेट पर उसने अपनी सहेली के साथ बीबीडी की ओर घूमने का फैसला किया। दोपहर में वह घर लौटी, लेकिन थोड़ी देर बाद अकेले गोमतीनगर चली गई थी। रात में जब वह ऑटो से घर लौट रही थी, तभी खुर्रमनगर के पास ऑटो चालक रास्ता भटक गया। इस पर छात्रा ने ऑटो से उतरने का निर्णय लिया। तभी एक कार वहां आकर रुकी, जिसमें दो युवक और एक युवती सवार थे। उन्होंने छात्रा को विकास नगर तक लिफ्ट देने की पेशकश की, लेकिन छात्रा ने मना कर दिया।
इसी दौरान कार में बैठी युवती ने भरोसा दिलाया और उसे जबरन गाड़ी में खींच लिया था। आरोप है कि कार सवारों ने चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर छात्रा को बेहोश किया और फिर उसे किसी फ्लैटनुमा इमारत में ले जाकर उसके साथ कई बार बलात्कार किया। होश आने पर पीड़िता किसी तरह घर पहुंची और पूरी बात बताई, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं। पुलिस आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है। फिलहाल इस सनसनीखेज वारदात न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था की हकीकत को भी उजागर करती है।
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