फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में एक चौंकाने वाला ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। मोहल्ला पटवन कायमगंज निवासी एक युवक ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर अपनी ही सगी बहन कीर्ति (20) की हत्या कर दी। प्रेम प्रसंग से नाराज भाई ने गमछे से उसकी नाक और मुंह दबाया, जबकि पत्नी ने उसके हाथ पकड़े। हत्या के बाद दोनों ने शव को अमृतपुर के महमदपुर गढ़िया गांव में एक पुल के नीचे फेंक दिया और घर लौट आए। पुलिस में लड़की की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था। हालांकि, जांच में इसे पुलिस को गुमराह करने की साजिश के तौर पर देखा गया।
क्या है पूरी वारदात?कायमगंज के मोहल्ला पटवन निवासी सोबरन (50) की पुत्री कीर्ति की हत्या का मामला है। सोबरन के तीन बच्चे थे। बेटा अभिषेक (30) और दो बेटियां कीर्ति (20) एवं एक नाबालिग बेटी है। सोबरन दिल्ली में रहकर ठेकेदारी का काम करते हैं। बेटा भी काम में हाथ बंटाता था। कीर्ति बीएससी कर रही थी। नाबालिग बेटी इंटर की छात्रा है। घर पर पत्नी पत्नी पुष्पा (48) बच्चों के साथ रहती थी। बेटे की अमृतपुर के थाना क्षेत्र की सरिता (25) से शादी हुई है। कीर्ति के प्रेम संबंधों को लेकर परिवार में विवाद था।
हत्याकांड को इसी वजह से अंजाम दिए जाने की बात सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार, कीर्ति का शव पटवन मोहल्ले से करीब 50 किलोमीटर दूर महमदपुर गढ़िया गांव में पुल के नीचे 6 जून को मिला। वह खून से लथपथ थी। कीर्ति के परिजन 7 जून को बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। पुलिस को जानकारी दी कि कीर्ति सुबह घर से निकली और शाम तक नहीं लौटी।
पुलिस ने मामले में जांच शुरू की। इसी दौरान अमृतपुर में एक युवती का शव मिलने की जानकारी थाने तक पहुंची। परिजनों ने अमृतपुर पहुंचकर शव की शिनाख्त की। बेटी की हत्या का मामला सामने आने के बाद भी जब किसी ने कार्रवाई की मांग नहीं की, तो पुलिस को शक हुआ।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टिपोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि कीर्ति की गला दबाकर हत्या की गई थी। इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर भाई अभिषेक और उसकी पत्नी सरिता से पूछताछ की। शुरुआत में दोनों पुलिस को गुमराह करते रहे, लेकिन कड़ाई से पूछने पर टूट गए। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
प्रेम प्रसंग में मर्डरअभिषेक ने बताया कि उसकी बहन कीर्ति बीएससी की छात्रा थी और डेढ़ महीने पहले ही हॉस्टल से घर आई थी। उसका मोहल्ले के एक युवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। उसे कई बार समझाने के बावजूद वह शादी के लिए अड़ी रही। इससे बदनामी के डर से उन्होंने उसकी हत्या करने की योजना बनाई। 6 जुलाई को अभिषेक ने मां से कहा कि वह बहन का एडमिशन कराने जा रहा है।
अभिषेक बाइक से कीर्ति और पत्नी सरिता को लेकर निकला। अमृतपुर के नासा नाला पुल पर उसने बाइक रोकी। वहां कीर्ति को समझाने लगा। जब वह नहीं मानी तो उसने गमछे से नाक और मुंह दबाकर उसकी जान ले ली। सरिता ने इस दौरान कीर्ति के हाथ पकड़े। इसके बाद दोनों ने शव को पुल से नीचे फेंक दिया। दोनों वापस घर लौट आए। रास्ते में गंगा पुल से गमछा भी फेंक दिया।
आरोपी पति-पत्नी अरेस्टअपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय कुमार सिंह ने घटना के संबंध में कहा कि मामले की सूचना ग्राम प्रधान ने दी थी। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। मोबाइल डेटा और कॉल डिटेल्स के आधार पर जब परिजनों से पूछताछ की गई तो सच्चाई सामने आ गई। आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर मेडिकल परीक्षण के बाद जेल भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मृतका की मां-पिता और छोटी बहन फरार हैं। फिलहाल पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
क्या है पूरी वारदात?कायमगंज के मोहल्ला पटवन निवासी सोबरन (50) की पुत्री कीर्ति की हत्या का मामला है। सोबरन के तीन बच्चे थे। बेटा अभिषेक (30) और दो बेटियां कीर्ति (20) एवं एक नाबालिग बेटी है। सोबरन दिल्ली में रहकर ठेकेदारी का काम करते हैं। बेटा भी काम में हाथ बंटाता था। कीर्ति बीएससी कर रही थी। नाबालिग बेटी इंटर की छात्रा है। घर पर पत्नी पत्नी पुष्पा (48) बच्चों के साथ रहती थी। बेटे की अमृतपुर के थाना क्षेत्र की सरिता (25) से शादी हुई है। कीर्ति के प्रेम संबंधों को लेकर परिवार में विवाद था।
हत्याकांड को इसी वजह से अंजाम दिए जाने की बात सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार, कीर्ति का शव पटवन मोहल्ले से करीब 50 किलोमीटर दूर महमदपुर गढ़िया गांव में पुल के नीचे 6 जून को मिला। वह खून से लथपथ थी। कीर्ति के परिजन 7 जून को बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। पुलिस को जानकारी दी कि कीर्ति सुबह घर से निकली और शाम तक नहीं लौटी।
पुलिस ने मामले में जांच शुरू की। इसी दौरान अमृतपुर में एक युवती का शव मिलने की जानकारी थाने तक पहुंची। परिजनों ने अमृतपुर पहुंचकर शव की शिनाख्त की। बेटी की हत्या का मामला सामने आने के बाद भी जब किसी ने कार्रवाई की मांग नहीं की, तो पुलिस को शक हुआ।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टिपोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि कीर्ति की गला दबाकर हत्या की गई थी। इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर भाई अभिषेक और उसकी पत्नी सरिता से पूछताछ की। शुरुआत में दोनों पुलिस को गुमराह करते रहे, लेकिन कड़ाई से पूछने पर टूट गए। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
प्रेम प्रसंग में मर्डरअभिषेक ने बताया कि उसकी बहन कीर्ति बीएससी की छात्रा थी और डेढ़ महीने पहले ही हॉस्टल से घर आई थी। उसका मोहल्ले के एक युवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। उसे कई बार समझाने के बावजूद वह शादी के लिए अड़ी रही। इससे बदनामी के डर से उन्होंने उसकी हत्या करने की योजना बनाई। 6 जुलाई को अभिषेक ने मां से कहा कि वह बहन का एडमिशन कराने जा रहा है।
अभिषेक बाइक से कीर्ति और पत्नी सरिता को लेकर निकला। अमृतपुर के नासा नाला पुल पर उसने बाइक रोकी। वहां कीर्ति को समझाने लगा। जब वह नहीं मानी तो उसने गमछे से नाक और मुंह दबाकर उसकी जान ले ली। सरिता ने इस दौरान कीर्ति के हाथ पकड़े। इसके बाद दोनों ने शव को पुल से नीचे फेंक दिया। दोनों वापस घर लौट आए। रास्ते में गंगा पुल से गमछा भी फेंक दिया।
आरोपी पति-पत्नी अरेस्टअपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय कुमार सिंह ने घटना के संबंध में कहा कि मामले की सूचना ग्राम प्रधान ने दी थी। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। मोबाइल डेटा और कॉल डिटेल्स के आधार पर जब परिजनों से पूछताछ की गई तो सच्चाई सामने आ गई। आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर मेडिकल परीक्षण के बाद जेल भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मृतका की मां-पिता और छोटी बहन फरार हैं। फिलहाल पुलिस उनकी तलाश कर रही है।