झुंझुनूं: राजस्थान के झुंझुनूं जिले में चर्चित हिस्ट्रीशीटर डेनिश बावरिया हत्याकांड की जांच में कोतवाली थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। हत्यारों को पनाह देने और फरार कराने वाले दो सहयोगियों योगेंद्र उर्फ विक्की और संदीप उर्फ छोटू को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने वारदात के बाद मुख्य हत्यारों को बचाने में अहम भूमिका निभाई। पुलिस का कहना है कि इनकी गिरफ्तारी से मामले की गुत्थी सुलझने के करीब पहुंच गई है, जबकि मुख्य आरोपियों की तलाश जारी है।
सहयोगियों ने हत्यारों को बचाया, गाड़ी छिपाई
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हत्याकांड के तुरंत बाद योगेंद्र उर्फ विक्की ने हत्यारों की कैंपर गाड़ी को अपने पास छिपा लिया, ताकि पुलिस की नजर न पड़े। उसने अपनी निजी कार उन्हें सौंप दी, जिससे आरोपी आसानी से फरार हो गए। वहीं, संदीप उर्फ छोटू ने जयपुर पहुंचने पर हत्यारों के लिए अस्थायी ठिकाना उपलब्ध कराया और आगे भागने में सहयोग किया। दोनों की पूछताछ से मुख्य हत्यारों के ठिकानों की महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है। पुलिस ने बताया कि दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।
मुखबिर की सूचना पर विशेष टीम की दबिशझुंझुनूं कोतवाली थाना पुलिस की विशेष टीम ने मुखबिर की गोपनीय सूचना पर कार्रवाई की। सूचना मिली कि हत्याकांड के दो सहयोगी जिले में ही छिपे हुए हैं। त्वरित दबिश देकर दोनों को धर दबोचा गया। प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने हत्यारों को छिपाने और फरार कराने की पूरी साजिश कबूल ली। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह गिरफ्तारी हत्याकांड की पूरी साजिश को उजागर करने में मील का पत्थर साबित होगी। मुख्य हत्यारों की धरपकड़ के लिए टीमें जयपुर समेत अन्य जिलों में सक्रिय हैं।
हिस्ट्रीशीटर पर हुआ था सनसनीखेज हमला
डेनिश बावरिया, जिले का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर, पर हाल ही में हुए हमले ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। हमलावरों ने उसे गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की। इस मामले में अब तक कई सुराग मिल चुके हैं, और सहयोगियों की गिरफ्तारी से जांच तेज हो गई है। स्थानीय लोगों में पुलिस की इस कार्रवाई से राहत की सांस बही है, लेकिन अपराधियों की गिरफ्तारी तक सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है।
सहयोगियों ने हत्यारों को बचाया, गाड़ी छिपाई
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हत्याकांड के तुरंत बाद योगेंद्र उर्फ विक्की ने हत्यारों की कैंपर गाड़ी को अपने पास छिपा लिया, ताकि पुलिस की नजर न पड़े। उसने अपनी निजी कार उन्हें सौंप दी, जिससे आरोपी आसानी से फरार हो गए। वहीं, संदीप उर्फ छोटू ने जयपुर पहुंचने पर हत्यारों के लिए अस्थायी ठिकाना उपलब्ध कराया और आगे भागने में सहयोग किया। दोनों की पूछताछ से मुख्य हत्यारों के ठिकानों की महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है। पुलिस ने बताया कि दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।
मुखबिर की सूचना पर विशेष टीम की दबिशझुंझुनूं कोतवाली थाना पुलिस की विशेष टीम ने मुखबिर की गोपनीय सूचना पर कार्रवाई की। सूचना मिली कि हत्याकांड के दो सहयोगी जिले में ही छिपे हुए हैं। त्वरित दबिश देकर दोनों को धर दबोचा गया। प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने हत्यारों को छिपाने और फरार कराने की पूरी साजिश कबूल ली। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह गिरफ्तारी हत्याकांड की पूरी साजिश को उजागर करने में मील का पत्थर साबित होगी। मुख्य हत्यारों की धरपकड़ के लिए टीमें जयपुर समेत अन्य जिलों में सक्रिय हैं।
हिस्ट्रीशीटर पर हुआ था सनसनीखेज हमला
डेनिश बावरिया, जिले का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर, पर हाल ही में हुए हमले ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। हमलावरों ने उसे गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की। इस मामले में अब तक कई सुराग मिल चुके हैं, और सहयोगियों की गिरफ्तारी से जांच तेज हो गई है। स्थानीय लोगों में पुलिस की इस कार्रवाई से राहत की सांस बही है, लेकिन अपराधियों की गिरफ्तारी तक सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है।
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