नई दिल्ली: म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए आने वाला पैसा अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। जून में यह 27,269 करोड़ रुपये रहा, जो मई के 26,688 करोड़ रुपये से 2% ज्यादा है। पहली बार एसआईपी में इतना ज्यादा पैसा आया है।
एसआईपी के तहत कुल जमा राशि (AUM) जून में 15.30 लाख करोड़ रुपये हो गई। मई में यह 14.61 लाख करोड़ रुपये थी। इसका मतलब है कि लोगों ने एसआईपी में खूब पैसा लगाया है। इक्विटी म्यूचुअल फंड में भी खूब पैसा आया है। जून में यह 23,587 करोड़ रुपये रहा, जो मई से 24% ज्यादा है। AMFI के डेटा से यह पता चला है।
छोटे निवेशकों की बढ़ गई संख्या छोटे निवेशकों (Equity + Hybrid + Solution Oriented Schemes) के म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या जून में 19,07,05,687 हो गई। मई में यह संख्या 18,84,31,250 थी। इसका मतलब है कि ज्यादा से ज्यादा लोग म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। छोटे निवेशकों की AUM जून में 443,99,405 करोड़ रुपये रही, जबकि मई में यह 42,19,541 करोड़ रुपये थी।
जून में 61,91,178 नए एसआईपी रजिस्टर हुए। मई में यह संख्या 59,14,788 थी, जबकि अप्रैल में 46.01 लाख थी। इससे पता चलता है कि लोग एसआईपी में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। जून में एसआईपी अकाउंट्स की संख्या 8.64 करोड़ रही, जो मई में 8.56 करोड़ और अप्रैल में 8.38 करोड़ थी।
म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या जून में 24,13,44,556 हो गई। मई में यह 23,83,12,770 और अप्रैल में 23,62,95,024 थी। इसका मतलब है कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कुल संपत्ति जो म्यूचुअल फंड कंपनियों के पास है (AUM), उसमें भी 3% की बढ़ोतरी हुई है। जून में यह 74.14 लाख करोड़ रुपये रही, जबकि मई में 71.93 लाख करोड़ रुपये थी।
74 लाख करोड़ रुपये के पास हुई इंडस्ट्रीAMFI के चीफ एग्जीक्यूटिव, वेंकट चलासानी ने कहा कि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की AUM जून 2025 में 74 लाख करोड़ रुपये को पार कर गई, जो एक नया रेकॉर्ड है। यह बढ़ोतरी छोटे निवेशकों की भागीदारी और एसआईपी में लगातार बढ़ते निवेश की वजह से हुई है। जून में एसआईपी के जरिए 27,269 करोड़ रुपये आए हैं। एसआईपी अकाउंट्स की संख्या भी 8.64 करोड़ हो गई है, जो अब तक की सबसे ज्यादाहै। इससे पता चलता है कि लोगों का म्यूचुअल फंड पर भरोसा बढ़ रहा है।'
करोड़पति बनाने वाली स्कीम है एसआईपीएसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करके निवेशक अच्छा रिटर्न पा सकते हैं। अगर इसमें लॉन्ग टर्म के लिए निवेश किया जाए तो निवेश करोड़पति भी बन सकता है। हालांकि इसमें निवेश करना कुछ जोखिम भरा होता है। क्योंकि इसमें रिटर्न शेयर मार्केट की चाल पर निर्भर करता है।
एसआईपी के तहत कुल जमा राशि (AUM) जून में 15.30 लाख करोड़ रुपये हो गई। मई में यह 14.61 लाख करोड़ रुपये थी। इसका मतलब है कि लोगों ने एसआईपी में खूब पैसा लगाया है। इक्विटी म्यूचुअल फंड में भी खूब पैसा आया है। जून में यह 23,587 करोड़ रुपये रहा, जो मई से 24% ज्यादा है। AMFI के डेटा से यह पता चला है।
छोटे निवेशकों की बढ़ गई संख्या छोटे निवेशकों (Equity + Hybrid + Solution Oriented Schemes) के म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या जून में 19,07,05,687 हो गई। मई में यह संख्या 18,84,31,250 थी। इसका मतलब है कि ज्यादा से ज्यादा लोग म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। छोटे निवेशकों की AUM जून में 443,99,405 करोड़ रुपये रही, जबकि मई में यह 42,19,541 करोड़ रुपये थी।
जून में 61,91,178 नए एसआईपी रजिस्टर हुए। मई में यह संख्या 59,14,788 थी, जबकि अप्रैल में 46.01 लाख थी। इससे पता चलता है कि लोग एसआईपी में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। जून में एसआईपी अकाउंट्स की संख्या 8.64 करोड़ रही, जो मई में 8.56 करोड़ और अप्रैल में 8.38 करोड़ थी।
म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या जून में 24,13,44,556 हो गई। मई में यह 23,83,12,770 और अप्रैल में 23,62,95,024 थी। इसका मतलब है कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कुल संपत्ति जो म्यूचुअल फंड कंपनियों के पास है (AUM), उसमें भी 3% की बढ़ोतरी हुई है। जून में यह 74.14 लाख करोड़ रुपये रही, जबकि मई में 71.93 लाख करोड़ रुपये थी।
74 लाख करोड़ रुपये के पास हुई इंडस्ट्रीAMFI के चीफ एग्जीक्यूटिव, वेंकट चलासानी ने कहा कि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की AUM जून 2025 में 74 लाख करोड़ रुपये को पार कर गई, जो एक नया रेकॉर्ड है। यह बढ़ोतरी छोटे निवेशकों की भागीदारी और एसआईपी में लगातार बढ़ते निवेश की वजह से हुई है। जून में एसआईपी के जरिए 27,269 करोड़ रुपये आए हैं। एसआईपी अकाउंट्स की संख्या भी 8.64 करोड़ हो गई है, जो अब तक की सबसे ज्यादाहै। इससे पता चलता है कि लोगों का म्यूचुअल फंड पर भरोसा बढ़ रहा है।'
करोड़पति बनाने वाली स्कीम है एसआईपीएसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करके निवेशक अच्छा रिटर्न पा सकते हैं। अगर इसमें लॉन्ग टर्म के लिए निवेश किया जाए तो निवेश करोड़पति भी बन सकता है। हालांकि इसमें निवेश करना कुछ जोखिम भरा होता है। क्योंकि इसमें रिटर्न शेयर मार्केट की चाल पर निर्भर करता है।
You may also like
गोपाल खेमका के बाद पटना में एक और BJP नेता की हत्या, AIIMS पहुंचे पूर्व मंत्री
Radisson Blu Hotel Fire: दिल्ली के होटल रेडिसन ब्लू में लगी आग, कड़ी मशक्कत के बाद फायर कर्मियों ने बुझाई
पति और जेठ को लुढ़का कर आई हूं, लाश उठवा लो., हाथ में पिस्टल लेकर थाने पहुंची महिला, पुलिस भी रह गई सन्नˈ
आज का मीन राशिफल, 13 जुलाई 2025 : आज करना पड़ सकता है संघर्ष इसलिए धैर्य रखें, धीरे-धीरे हालात बदलेंगे
18.5 साल पुराना लव लेटर सोशल मीडिया पर छाया