उदयपुर: जिले के गोगुंदा कस्बे में पारिवारिक तनाव से त्रस्त एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। घटना उस समय सामने आई जब हीरालाल प्रजापत नामक व्यक्ति ने अपनी दुकान पर सल्फास की गोलियां खा लीं। अचानक तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे गोगुंदा अस्पताल पहुंचाया, जहां से गंभीर हालत में डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के दौरान ही हीरालाल ने दम तोड़ दिया।
मौत से पहले हीरालाल ने अस्पताल में चिल्लाते हुए अपने परिवार के सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाए। उसने बताया कि वह लंबे समय से पारिवारिक प्रताड़ना झेल रहा था, जिससे परेशान होकर उसने आत्मघाती कदम उठाया। हीरालाल ने बताया कि उसने एक सुसाइड नोट भी दुकान पर छोड़ा है।
मिला सुसाइड नोटसूचना मिलते ही गोगुंदा थानाधिकारी श्याम सिंह चारण मौके पर पहुंचे और दुकान की तलाशी ली। तलाशी के दौरान एक कॉपी में लिखा सुसाइड नोट मिला, जिसमें हीरालाल ने अपनी मां, भाई, बहन और अन्य परिजनों के नाम स्पष्ट रूप से लिखते हुए उन्हें आत्महत्या के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है।
जिला अस्पताल में हीरालाल के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। वहीं, मृतक के बड़े पुत्र विनोद प्रजापत ने गोगुंदा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थानाधिकारी का कहना है कि सुसाइड नोट और परिजनों के बयान के आधार पर मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मृतक किन परिस्थितियों में मानसिक रूप से इतना परेशान हुआ कि उसे आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाना पड़ा।
मौत से पहले हीरालाल ने अस्पताल में चिल्लाते हुए अपने परिवार के सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाए। उसने बताया कि वह लंबे समय से पारिवारिक प्रताड़ना झेल रहा था, जिससे परेशान होकर उसने आत्मघाती कदम उठाया। हीरालाल ने बताया कि उसने एक सुसाइड नोट भी दुकान पर छोड़ा है।
मिला सुसाइड नोटसूचना मिलते ही गोगुंदा थानाधिकारी श्याम सिंह चारण मौके पर पहुंचे और दुकान की तलाशी ली। तलाशी के दौरान एक कॉपी में लिखा सुसाइड नोट मिला, जिसमें हीरालाल ने अपनी मां, भाई, बहन और अन्य परिजनों के नाम स्पष्ट रूप से लिखते हुए उन्हें आत्महत्या के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है।
जिला अस्पताल में हीरालाल के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। वहीं, मृतक के बड़े पुत्र विनोद प्रजापत ने गोगुंदा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थानाधिकारी का कहना है कि सुसाइड नोट और परिजनों के बयान के आधार पर मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मृतक किन परिस्थितियों में मानसिक रूप से इतना परेशान हुआ कि उसे आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाना पड़ा।
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