Panchang 06 June 2025, Thursday: हर दिन का अपना एक विशेष महत्व होता है, और हिन्दू पंचांग हमें उसी महत्व को समझने में मदद करता है। 6 जून 2025, गुरुवार का दिन भी कुछ ख़ास योग और नक्षत्र लेकर आ रहा है। अगर आप जानना चाहते हैं कि आज कौन सा कार्य कब शुरू करना शुभ होगा, और किन कामों से बचना चाहिए, तो आइए विस्तार से समझते हैं आज के पंचांग को।
आज का दिन और तिथि:
आज दिनांक 06 जून, 2025 को गुरुवार का दिन है।
मास: ज्येष्ठ माह का शुक्ल पक्ष चल रहा है।
तिथि: आज प्रतिपदा तिथि रहेगी, जो दोपहर 1:06 बजे तक प्रभावी रहेगी। इसके बाद द्वितीया तिथि का आरंभ होगा।
नक्षत्र और योग:
नक्षत्र: आज पूरे दिन आर्द्रा नक्षत्र का प्रभाव रहेगा। आर्द्रा नक्षत्र रात 09:23 बजे तक है, इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र का आगमन होगा। ज्योतिष में आर्द्रा नक्षत्र को शिव के गण रुद्र से जुड़ा हुआ माना जाता है, जो जीवन में नए परिवर्तन ला सकता है।
योग: आज गण्ड योग दोपहर 12:47 बजे तक रहेगा, जिसके बाद वृद्धि योग का प्रभाव शुरू हो जाएगा।
करण और चंद्रमा की स्थिति:
करण: आज बव और बालव करण का संयोग बनेगा।
चंद्रमा की राशि: आज चंद्रमा दिन-रात मिथुन राशि में ही गोचर करेंगे, जो वाणी और बौद्धिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।
सूर्य और चंद्र उदय-अस्त समय:
सूर्योदय: सुबह 05:22 बजे
सूर्यास्त: शाम 07:14 बजे
चंद्रोदय: आज सुबह 06:17 बजे
चंद्रास्त: आज रात 08:35 बजे
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अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक।
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अमृत काल: सुबह 08:52 बजे से रात 10:42 बजे तक।
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विजय मुहूर्त, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग जैसे शुभ योग आज के दिन नहीं हैं, इसलिए अभिजीत और अमृत काल का ही विशेष ध्यान रखें।
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राहुकाल: आज दोपहर 02:05 बजे से दोपहर 03:49 बजे तक। इस काल में कोई भी शुभ या नया कार्य शुरू करने से बचना चाहिए।
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यमगण्ड: सुबह 05:22 बजे से सुबह 07:07 बजे तक।
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गुलिक काल: सुबह 08:51 बजे से सुबह 10:35 बजे तक।
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दुर्मुहूर्त: सुबह 10:04 बजे से सुबह 10:59 बजे तक, और फिर दोपहर 03:34 बजे से शाम 04:28 बजे तक।
दिशाशूल:
आज गुरुवार को दक्षिण दिशा में दिशाशूल है, इसलिए दक्षिण दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए या कोई आवश्यक कार्य हो तो दही या घर से निकलकर 5 कदम आगे बढ़कर यात्रा शुरू कर सकते हैं।
विशेष बात:
आज आर्द्रा नक्षत्र है, जो गण्ड मूल नक्षत्रों में से एक है। यदि घर में शिशु का जन्म आर्द्रा नक्षत्र में हुआ हो, तो इसके शांतिकर्म कराने का विशेष विधान होता है।
तो, इन शुभ-अशुभ काल और योगों का ध्यान रखकर आप अपने 6 जून 2025 के दिन को बेहतर ढंग से प्लान कर सकते हैं। शुभ दिन!
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