मौजूदा आईपीएल सीजन चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बेहद खराब रहा है। अब तक इस टीम ने 13 मैच खेले हैं और केवल तीन में जीत हासिल की है। यह उनका अब तक का सबसे खराब सत्र है। टीम के प्रदर्शन के साथ-साथ एमएस धोनी भी आलोचना का केंद्र बन गए हैं। धोनी इस सीजन में बिल्कुल भी फॉर्म में नहीं हैं और वह टीम पर बोझ बन गए हैं। ऐसे में भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने धोनी के संन्यास को लेकर बयान दिया है और अब इस पर चर्चा शुरू हो गई है।
इस पूरे सीज़न में एमएस धोनी के संन्यास को लेकर लगातार चर्चा होती रही है। धोनी ने 2020 में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। अब वह केवल आईपीएल में खेलते हैं। धोनी को इसके लिए करीब आठ से नौ महीने का समय मिलता है, लेकिन इस सीजन में धोनी की बल्लेबाजी में कोई पैनापन नहीं दिखा है। ऋतुराज गायकवाड़ के चोटिल होने के बाद उन्हें दोबारा कप्तानी सौंपी गई और यहां भी वह असफल रहे
अगर मैं सेवानिवृत्त हो गया होता…
भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने कहा कि अगर धोनी को लगता है कि उनके नेतृत्व में चेन्नई की टीम बदलाव के दौर से गुजरेगी तो यह उनके लिए संन्यास लेने का सही समय है। बांगड़ ने कहा कि धोनी को यह बात स्वीकार कर लेनी चाहिए कि भले ही वह टीम में नहीं हों, लेकिन फ्रेंचाइजी अपने दम पर आगे बढ़ेगी।
बांगर ने कहा, “मुझे लगता है कि संन्यास लेना एमएस धोनी पर निर्भर करता है, लेकिन अगर मैं एमएस की जगह होता तो कहता कि बहुत हो गया। मैं जितना खेलना चाहता था, खेल चुका हूं। अगर ऐसी कोई प्रेरणा है तो मैं फ्रेंचाइजी को भी ध्यान में रखता हूं, लेकिन आप जानते हैं कि आप आगे बढ़ सकते हैं।”
संजय बांगर ने आगे कहा, “अगर आपको लगता है कि बदलाव बहुत जल्दी हो जाएगा, तो इसके लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता। आपको विश्वास होना चाहिए कि अगर मैं चला भी जाता हूं, तो फ्रेंचाइजी अपने आप आगे बढ़ेगी। इसमें एक साल लग सकता है, लेकिन मैं पूरी अवधि के लिए नहीं रहूंगा। अगर मैं एमएस धोनी की जगह होता, तो मैं भी यही सोचता।”
धोनी का प्रदर्शन
आईपीएल-2025 में धोनी के प्रदर्शन पर नजर डालें तो इसमें कुछ खास बात नहीं है। अब तक खेले गए 13 मैचों में उनके बल्ले से सिर्फ 196 रन निकले हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 135.17 रहा है। धोनी इस सीजन में बहुत ही निचले स्तर पर बल्लेबाजी करने उतरे हैं। एक मैच में वह 9वें नंबर पर आये और इसके लिए उनकी आलोचना की गयी।
धोनी को इस साल किसी भी खेल में कोई सफलता हासिल नहीं हुई और उनकी काफी आलोचना भी हुई। इसके अलावा ऐसी भी चर्चा है कि रोहित और कोहली ने एक के बाद एक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है और एमएस धोनी को उनसे प्रेरणा लेकर ऐसा करना बंद कर देना चाहिए।
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