पिक्सी फ्लॉस, जिसे पहले सूती व्यवहार के नाम से जाना जाता था, की रचना चार व्यक्तियों ने की थी: थॉमस पैटन, जोसेफ डेलारोस लासकॉक्स, जॉन सी। व्हार्टन और विलियम मॉरिसन। इन चारों ने मिलकर 1899 में पहली सूती मिठाई मशीन का पेटेंट कराया। यह मशीन चीनी को छोटे अंतराल के माध्यम से काटकर तरल रूप में बदलने का कार्य करती थी।
कैसे बनता है पिक्सी फ्लॉस?
इस मिठाई को बनाने की प्रक्रिया में, चीनी को तरल रूप में बदलकर मशीन में डाला जाता है। इसके बाद, यह द्रव स्थिति में ठंडा होता है। इस प्रक्रिया के दौरान, कैंडी का सुगंधित लेप हवा में फैलता है, जिससे लोग आकर्षित होते हैं। अंत में, ठंडी हुई चीनी को एक छड़ी पर परोसा जाता है।
बच्चों के लिए एक खास मिठाई
पिक्सी फ्लॉस विशेष रूप से छोटे बच्चों के लिए एक मजेदार अनुभव है। इसे जन्मदिन की पार्टियों, मेलों, और अन्य उत्सवों में बनाया जा सकता है। यह मिठाई न केवल बच्चों को खुश करती है, बल्कि बड़े लोगों को भी उनकी बचपन की यादों में ले जाती है।
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