भारत-पाक तनाव के माहौल का फायदा उठाते हुए साइबर अपराधी अब “ऑपरेशन सिंदूर” के नाम पर लोगों को फर्जी खबरों और खतरनाक फिशिंग लिंक्स के जरिए निशाना बना रहे हैं। तमिलनाडु पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने चेतावनी जारी की है कि इस तरह के लिंक पर बिना सोचे समझे क्लिक करना आपके डेटा, बैंक डिटेल्स और सोशल मीडिया खातों को खतरे में डाल सकता है।
⚠️ कैसे हो रही है ठगी?साइबर ठग WhatsApp, Email और Social Media के जरिए ऐसे फर्जी लिंक, वीडियो, फोटो और .exe/.apk फाइल्स भेज रहे हैं जो "ऑपरेशन सिंदूर", युद्ध या सुरक्षा से जुड़ी ब्रेकिंग न्यूज के रूप में दिखते हैं।
साइबर क्राइम विंग के प्रमुख संदीप मित्तल के अनुसार, इन फाइलों में छिपे होते हैं मैलवेयर जो यूजर्स के फोन या कंप्यूटर में इंस्टॉल होकर निजी जानकारी चुरा लेते हैं या डिवाइस को लॉक कर देते हैं।
📱 कौन-कौन सी फाइलें खतरनाक?- ".apk" फॉर्मेट में भेजे गए फर्जी ऐप्स (जैसे “Live War Updates”)
- ".exe" फाइलें जो कंप्यूटर में इंस्टॉल होते ही कंट्रोल ले लेती हैं
- फर्जी सरकारी साइट्स जैसी दिखने वाली लिंक
इन लिंक या फाइलों पर क्लिक करने से आपकी गैलरी, लोकेशन, कॉल लॉग, बैंकिंग ऐप्स और पासवर्ड तक पहुंच बनाई जा सकती है।
🧠 लोगों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?यदि आप किसी फर्जी लिंक या साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत या नजदीकी साइबर थाने में रिपोर्ट करें।
साइबर अपराधी देश की सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील घटनाओं को बहाना बनाकर आम जनता को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में सतर्कता ही सुरक्षा है। “ऑपरेशन सिंदूर” जैसी किसी भी खबर से जुड़ा लिंक यदि अनजान स्रोत से आया है, तो उसे न खोलें। आपकी एक क्लिक आपकी निजी दुनिया खोल सकती है।
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