पूर्वी बिहार के बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया जा रहा है। पीरपैंती में अब हाई वोल्टेज पावर ग्रिड स्थापित होने जा रहा है। यह ग्रिड 150 करोड़ रुपये की लागत से करीब 36 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा। इस परियोजना के पूरी होने के बाद न सिर्फ इलाके में बिजली आपूर्ति बेहतर होगी, बल्कि कहलगांव ग्रिड पर बढ़ते लोड को भी संतुलित किया जा सकेगा।
ग्रिड की प्रमुख विशेषताएं-
यह ग्रिड 400 वोल्टेज लेवल का होगा, जो इसे हाई वोल्टेज श्रेणी में रखता है।
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इसमें 50-50 एमवीए (MVA) के दो ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे।
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इस ग्रिड से पीरपैंती, सबौर, गोराडीह, सुल्तानगंज और आसपास के अन्य इलाकों की बिजली आपूर्ति को मजबूती मिलेगी।
इस पावर ग्रिड की योजना को केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) को भेजा गया है। अनुमोदन मिलने के बाद ग्रिड के निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रोजेक्ट अगले कुछ वर्षों में पूरे इलाके की बिजली वितरण प्रणाली में क्रांतिकारी सुधार लाएगा।
कहलगांव ग्रिड पर पड़ेगा सकारात्मक असरवर्तमान में कहलगांव ग्रिड पर काफी दबाव है, जिससे कभी-कभी बिजली आपूर्ति में रुकावट आती है। पीरपैंती में नया ग्रिड बनने से इस लोड को बांटने में मदद मिलेगी, जिससे कहलगांव समेत अन्य क्षेत्रों को भी राहत मिलेगी।
क्या होगा फायदा?-
बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार
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लो-वोल्टेज की समस्या में कमी
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ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों को स्थिर बिजली
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उद्योगों और कृषि कार्यों को मिलेगा सपोर्ट
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भविष्य की ऊर्जा मांगों को पूरा करने की क्षमता विकसित होगी
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