हजारीबाग पुलिस ने फर्जी एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) गिरोह का खुलासा करने का दावा करते हुए चार लोगों को हिरासत में लिया। गुरुवार को आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां मामले ने नया मोड़ ले लिया।
गिरफ्तारी और मोड़गिरफ्तार किए गए चार आरोपितों में से एक व्यक्ति अधिवक्ता निकला। कोर्ट में पेशी के दौरान उसने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें उनके घर से जबरन उठाया और मारपीट की।
पुलिस का दावाहजारीबाग पुलिस का कहना है कि यह गिरोह फर्जी एसीबी एजेंट बनाकर लोगों को ठगने और ब्लैकमेल करने का काम कर रहा था। गिरफ्तार आरोपितों के पास से कुछ फर्जी दस्तावेज और सामग्री भी बरामद की गई है, जो उनके अवैध कामकाज को साबित करती हैं।
अधिवक्ता का बयानअधिवक्ता ने कोर्ट में अपनी दलील दी कि उनकी जबरन गिरफ्तारी और मारपीट की गई है। इसके बाद कोर्ट ने मामले की गहन जांच और प्राथमिकी (FIR) की पुष्टि कराने के लिए निर्देश दिए।
कानूनी प्रक्रियाकोर्ट ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच आवश्यक है और पुलिस कार्रवाई की वैधता की भी समीक्षा की जाएगी। साथ ही आरोपितों को जमानत और सुरक्षा के अधिकार भी सुनिश्चित किए जाएंगे।
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