लखनऊ, 05 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपर मुख्य सचिव एस.पी. गोयल ने उत्तर प्रदेश में समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में राजस्व संबंधी मामलों के प्राप्त प्रार्थना पत्रों के निस्तारण के लिए आगे से नायब तहसीलदार या उससे ऊपर के अधिकारी ही जांच किया करेगें। नायब तहसीलदार की ओर से अभिलेखीय, स्थलीय स्थिति देखकर, शिकायतकर्ता को सुनकर अपने विवेकानुसार एवं कानून के अनुसार निस्तारण किए जाने के लिए आख्या दी जाएगी।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि नायब तहसीलदार के आख्या पर उप जिलाधिकारी निर्णय करेगें और गंभीरता से समाधान होने के बाद ही आख्या को पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। अभी तक देखा गया है कि राजस्व संबंधी प्रकरणों में लेखपाल स्तर पर जांच कर आख्या लगायी जाती रही है। इस प्रक्रिया से अधिकांश समस्याओं का निष्पक्षता और प्रभावी तरीके से निस्तारण नहीं हो पाता है। जिससे जनता दर्शन में आने वाले पीड़ित को पूरी तरह से राहत नहीं मिल पाती है।
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(Udaipur Kiran) / श.चन्द्र
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