बेंगलुरु, 26 अप्रैल . बेंगलुरु की सड़कों से शुरू हुआ जोशुआ चेप्टेगेई का अंतरराष्ट्रीय सफर अब एक बार फिर इसी शहर में नया मोड़ लेने जा रहा है. दो बार के ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर चेप्टेगेई 11 साल बाद टीसीएस वर्ल्ड 10के में हिस्सा ले रहे हैं और इस दौड़ को वे अपने करियर के नए अध्याय की शुरुआत मानते हैं.
2014 में यहीं से मिली थी उड़ान
जोशुआ चेप्टेगेई के लिए बेंगलुरु और टीसीएस वर्ल्ड 10के इमोशनल मायने रखते हैं. साल 2014 में यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी और यहीं से उन्हें आत्मविश्वास मिला था, जिसके दम पर उन्होंने उसी साल वर्ल्ड जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 10,000 मीटर का गोल्ड जीता था.
अब रोड रेस है प्राथमिकता
28 वर्षीय चेप्टेगेई अब ट्रैक को अलविदा कहकर रोड रेस पर फोकस कर रहे हैं. उन्होंने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “मैंने ट्रैक पर काफी कुछ हासिल किया है. अब समय है आगे बढ़ने का. करियर के इस नए पड़ाव पर मुझे लगा कि मुझे वहीं से शुरुआत करनी चाहिए जहां से सब कुछ शुरू हुआ था – बेंगलुरु.”
ओलंपिक 10,000 मीटर गोल्ड – सबसे खास उपलब्धि
चेप्टेगेई ने 2024 पेरिस ओलंपिक में 10,000 मीटर में गोल्ड जीत को अपने करियर की सबसे खास उपलब्धि बताया.
पिछली बार सिल्वर से संतोष करने वाले चैंपियन ने कहा, “10,000 मीटर मेरी सबसे पसंदीदा रेस है और मैं इसे बिना ओलंपिक गोल्ड के नहीं छोड़ सकता था. पेरिस में मेरा सिर्फ एक लक्ष्य था – गोल्ड जीतना.”
अब लक्ष्य – रोड रेस में छाप छोड़ना
अब जबकि उन्होंने ट्रैक पर सब कुछ जीत लिया है, चेप्टेगेई रोड रेस की दुनिया में नए रिकॉर्ड और उपलब्धियों के लिए तैयार हैं. और इस सफर की शुरुआत एक बार फिर बेंगलुरु की उसी दौड़ से कर रहे हैं जिसने उन्हें दुनिया के नक्शे पर रखा था.
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दुबे
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