Next Story
Newszop

बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान की वीआरडी प्रयोगशाला को मिली एनएबीएल मान्यता

Send Push

वाराणसी,05 जुलाई (Udaipur Kiran) । काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आईएमएस) स्थित वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी (वीआरडीएल) को बड़ी उपलब्धि मिली है। वीआरडीएल को नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबोरेटरीज (एनएबीएल) ने मेडिकल लेबोरेटरी के लिए आईएसओ 15189ः2012 मानकों के तहत एनएबीएल मान्यता प्रदान की है। यह प्रतिष्ठित मान्यता प्रयोगशाला की गुणवत्ता, सटीकता और नैदानिक सेवाओं तथा अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए मिली है। वीआरडीएल ने वायरल रोगों की निगरानी और निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी जैसे महत्वपूर्ण समय में।

शनिवार को वीआरडीएल के प्रधान अन्वेषक प्रो. गोपाल नाथ ने बताया कि कोविड 19 महामारी के दौरान लेबोरेटरी ने तकरीबन नौ लाख जांच की। पिछले डेढ़ वर्ष में वीआरडीएल ने डेंगू, कोविड, व जापानी एन्सेफेलाइटिस इत्यादि के 8000 के लगभग परीक्षण किये है। उन्होंने वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी की इस शानदार उपलब्धि के लिए प्रो. प्रद्योत प्रकाश, सह-प्रधान अन्वेषक, के साथ-साथ पूरी वैज्ञानिक और तकनीकी टीम के समर्पित प्रयासों को श्रेय दिया। इस टीम में डॉ. सुधीर कुमार सिंह, डॉ. अलका शुक्ला, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. मयंक गंगवार, दीपक कुमार, सोनम रस्तोगी, दिग्विजय सिंह, पंकज कुमार, आशीष आर. सिंह, और अजय कुमार शामिल है। उन्होंने बताया कि एनएबीएल मान्यता आईएमएस-बीएचयू की प्रयोगशाला निदान और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में अंतरराष्ट्रीय मानकों को बनाए रखने की अटूट प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है। एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में की गयी जांच पूरे विश्व में स्वीकार की जाती है। इस उपलब्धि पर बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एस.एन. शंखवार ने सदस्यों को शुभकामनाएं दी है। प्रो.शंखवार ने कहा कि जन स्वास्थ्य की आवश्यकताओ व अपेक्षाओं को पूर्ण करने की दिशा में यह प्रयोगशाला निरन्तर उन्नयन करते हुए आगे बढ़ रही है।

—————

(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

Loving Newspoint? Download the app now