-कलेक्टर ने किया योजना की प्रगति का निरीक्षण, 80 फीसदी कार्य पूरा
धमतरी, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ में भू-जल संकटग्रस्त और खारे पानी वाले गांवों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जल जीवन मिशन के अंतर्गत मल्टी-विलेज योजनाओं का कार्य तीव्र गति से जारी है। इसी क्रम में धमतरी जिले में मंजूर दो मल्टी-विलेज योजनाओं में नगरी वनांचल क्षेत्र के 76 गांवों के 32 हजार से ज्यादा परिवारों को नदी का मीठा पानी पहुंचाने के लिए योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। योजना का लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है तथा आगामी डेढ़ वर्ष में पूर्ण होने पर इन गांवों के प्रत्येक घर तक पाइपलाइन से शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने गुरुवार की शाम काे नगरी विकासखंड के मेचका में बने रहे समूह जल प्रदाय योजना सांकरा और घटुला के लिए केनाल, क्रास एवं हेड रेगुलेटर कार्य का अवलोकन किया। सोढूर जलाशय निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यपालन अभियंता पीएचई को निर्देशित किया कि उक्त कार्यों के लिए मिशन कार्यालय से शीघ्र आबटन की व्यवस्था कराई जाए। कलेक्टर मिश्रा ने सांकरा समूह जल प्रदाय योजनांतर्गत निर्माणाधीन जल शोधन संयंत्र का भी निरीक्षण किया। कार्यपालन अभियंता पीएचई गुप्ता ने आज शुक्रवार काे विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इस संयंत्र के सिविल कार्यों की लगभग 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुके है। कलेक्टर संयंत्र की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए योजना की पूर्णता तिथि की जानकारी ली। कार्यपालन अभियंता पीएचई ने बताया कि कार्य पूर्णता की तिथि फरवरी 2026 है, लेकिन क्रास रेगुलेटर एवं 92 किलोमीटर लंबी पाईप लाईन बिछाने में कुछ और समय लग सकता है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कुल 4527 करोड़ रुपये की लागत से 18 जिलों के 3234 गांवों के लिए 71 मल्टी-विलेज योजनाओं का कार्य प्रारंभ किया गया है। इनमें से धमतरी दो मल्टी-विलेज योजना शामिल है। इसमें 76 गांव शामिल हैं। इन योजनाओं से प्रदेश के 10 लाख 445 परिवारों को लाभ मिलेगा।
योजना के अंतर्गत जल संग्रहण के लिए इन्टेकवेल तथा शुद्धिकरण हेतु वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया गया है। उच्च स्तरीय एमबीआर के माध्यम से शुद्ध पानी गांवों की टंकियों तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए डीआई/ओ-पीवीसी पाइपलाइन बिछाने का कार्य प्रगति पर है। नलकूपों के गिरते जल स्तर के कारण गर्मी के दिनों में पेयजल संकट झेलने वाले नगरी वनांचल के लोगों के लिए यह योजना वरदान साबित होगी। यहां के सभी 76 गांवों के घरों तक पाइपलाइन के जरिए अब नदी का मीठा पानी पहुंचेगा।
समूह जलप्रदाय योजना सांकरा के अंतर्गत ग्रामों में पेयजल प्रदाय किया जाएगा। इस योजना में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट 3.5 एमएलडी का निर्माण कार्य 80 प्रतिशत पूर्ण हो गया है, जिसके अंतर्गत 180 किली का सम्पवेल पूर्ण हो गया है तथा 330 किली का 28 स्टेजिंग का एमबीआर निर्माणाधीन है। योजना के तहत पाईपलाईन बिछाने का कार्य प्रगति पर है। धमतरी जिले का नगरी वनांचल क्षेत्र अब पेयजल संकट से मुक्त होकर शुद्ध और सुरक्षित पेयजल की सुविधा प्राप्त करने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
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