इंदौर, 17 अप्रैल . मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में सामने आए नकली नोट छापने के मामले में क्राइम ब्रांच पुलिस ने गुरुवार को गुजरात के द्वारका से एक और आरोपित को गिरफ्तार किया है. इससे पहले इस मामले में पांच आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं. द्वारका से गिरफ्तार छठवें आरोपित का नाम मयूर चम्पा (25) है.
इंदौर क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि बीते दिनों शहर के होटल इटरनिटी के 301 नंबर कमरे से नकली नोट छापने की सूचना पर दबिश देकर यहां से तीन और भोपाल से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया था. उसने पूछताछ में सामने आया था कि उनका एक साथी शाम को ही द्वारका चला गया है. इस पर टीम भी उसके पीछे पहुंची और द्वारका से मयूर चम्पा को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में सामने आया कि वह गैंग का महत्वपूर्ण सदस्य है. वह आर्थिक तंगी से परेशान था. कुछ महीने पहले ही उसकी शादी हुई है. मयूर ने फर्जी मूवी देखी थी, जिसके बाद उसे नकली नोट छापने का आइडिया आया. उसने देखा कि फेसबुक पर फेक करेंसी, सेकेंड करेंसी के नाम से कई साइट चल रही है. इसके माध्यम से उसने अब्दुल से बातचीत की. तब उन्होंने नकली नोट छापने की पूरी प्लानिंग की.
डीसीपी त्रिपाठी ने बताया कि कुछ आरोपी इंदौर के होटल में आकर रुके यहां पर मयूर भी सीखने के लिए आया. मयूर ने ही नोट छापने के सॉफ्टवेयर की व्यवस्था की थी, जिससे बराबर साइज के नोट छापे जा सकते थे. खासबात यह थी कि इस सॉफ्टवेयर से असली नोट की तरफ नकली नोट में भी वाटरमार्क बन जाते थे. वह अपनी मर्जी के अनुसार नोटों पर नंबर भी डाल सकते थे. इस सॉफ्टवेयर के बारे में भी जानकारी निकाली जा रही है. टीम ये जानकारी निकाल रही है कि अब तक आरोपियों ने कितना पेपर इस्तेमाल किया और उससे कितने नोट बनाए हैं. इसके साथ ही इन्होंने भोपाल के अलावा नकली नोट कहां-कहां चलाए हैं उसकी भी जानकारी निकाली जा रही है.
उन्होंने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम को 13 अप्रैल को होटल इटरनिटी में नकली नोट छापने की सूचना मिली थी. टीम ने यहां घेराबंदी की और इस पूरे मामले में पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था. इसमें अब्दुल शोएब उर्फ छोटू (25) निवासी चांदा मेटा जिला छिंदवाड़ा, रहीश खान (32) निवासी जाटा छापा जिला छिंदवाड़ा, प्रफुल्ल कुमार कोरी (19) निवासी चांदा मेटा जिला छिंदवाड़ा, आकाश घारू (30) निवासी भोपाल और शंकर चौरसिया (42) निवासी भोपाल को गिरफ्तार किया था. पकड़ाए आरोपियों में से अब्दुल शोएब आर्ट एंड डिजाइन से ग्रेजुएट हैं. रहीश 9वीं तक पढ़ा है और शादियों में इवेंट मैनेजमेंट का काम करता है. प्रफुल्ल 12वीं पास बेरोजगार है. आकाश ने बीई की पढ़ाई की है और पूर्व में एक कंपनी में सुपरवाइजर की जॉब करता था. शंकर मेडिकल स्टोर संचालक है.
आरोपियों के पास से 500 के 870 नकली नोट यानी चार लाख 35 हजार रुपये, बटर पेपर, प्रिंटर, लकड़ी की फ्रेम, कटिंग मशीन, लेमिनेशन बंडल, सील, लैपटॉप, मोबाइल, लेमिनेटर, एटीएम कार्ड सहित अन्य सामान जब्त किया गया था. डीसीपी त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी डेढ़ महीने से होटल में रुके थे. यहां पर उन्होंने दो कमरे ले रखे. यहीं पर ही वे नकली नोट बनाने का काम कर रहे थे. अब क्राइम ब्रांच की टीम छठे आरोपी मयूर को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी.
तोमर
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