जम्मू, 1 जून . अपने समुदाय के सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिकों से अपने परिवारों में युवाओं को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने का आग्रह करते हुए पूर्व उपाध्यक्ष, जम्मू-कश्मीर एससी, एसटी, बीसी विकास निगम, बलबीर राम रतन ने कहा कि जो लोग अपना वर्तमान समय किताबों के लिए समर्पित करते हैं, वे ही भविष्य में समृद्धि और सफलता की नींव रखते हैं.
बलबीर राम रतन ने कहा कि सेवानिवृत्त व्यक्ति अपने अनुभवों से सबसे अच्छी तरह समझ सकते हैं कि शिक्षा के बिना जीवन में प्रगति संभव नहीं है. उन्होंने उनसे अपने अतीत पर विचार करने का आग्रह किया जब वे स्वयं बेरोजगार थे, और कैसे शिक्षा ने उन्हें नौकरियां सुरक्षित करने और आजीविका कमाने के लिए सशक्त बनाया.
बलबीर ने कहा आज भी आप सेवानिवृत्ति के बाद आर्थिक रूप से स्वतंत्र और सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं और इसका श्रेय शिक्षा को जाता है.
इतिहास का हवाला देते हुए बलबीर राम रतन ने इस बात पर जोर दिया कि साक्ष्य स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि शिक्षा सफलता की कुंजी है. उन्होंने कहा समाज में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां शिक्षा ने हाशिए पर रहने वाले वर्गों के लोगों को सम्मान, अधिकार और अवसर प्रदान किए हैं.
इस संदर्भ में उन्होंने डॉ. बी.आर. अम्बेडकर का उल्लेख करते हुए कहा कि यह शिक्षा ही थी जिसने उन्हें इतनी ऊंचाइयों तक पहुंचाया कि देश को उन पर गर्व महसूस होता है. डॉ. अम्बेडकर ने न केवल सामाजिक भेदभाव का सामना किया बल्कि अपने ज्ञान और शिक्षा के माध्यम से संविधान के निर्माता बने और समाज में एक शक्तिशाली स्थान अर्जित किया.
बलबीर ने आगे कहा कि समाज का उत्थान तभी संभव है जब युवा पीढ़ी शिक्षित हो और अपने अधिकारों को समझे.
/ रमेश गुप्ता
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