धौलपुर, 7 मई . जिले में एयर स्ट्राइक के हमला होने की स्थिति का बुधवार को अभूतपूर्व आपातकालीन अभ्यास किया गया. एक उपयुक्त स्थान पर भारतीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य न केवल आपातकालीन स्थितियों में प्रशासनिक प्रतिक्रिया और समन्वय की क्षमता का मूल्यांकन करना था, बल्कि आमजन, विशेषकर युवाओं और विद्यार्थियों में आपदा प्रबंधन की समझ विकसित करना भी था. मॉक ड्रिल की शुरुआत एक ‘एयर स्ट्राइक अलर्ट’ से हुई, जिसमें हवाई हमले की स्थिति को दर्शाते हुए घायलों के राहत-बचाव और उन्हें अस्पताल पहुंचाने की प्रक्रिया का जीवंत प्रदर्शन किया गया.
नागरिक सुरक्षा दल, एनसीसी कैडेट्स, स्काउट गाइड, पुलिस, चिकित्सा विभाग, अग्निशमन और अन्य बचाव टीमें पूरी मुस्तैदी से अपने-अपने कार्यों में जुटीं. जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी और पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा स्वयं मौके पर मौजूद रहे और मॉक ड्रिल की पल-पल की गतिविधियों की निगरानी करते रहे. मॉक ड्रिल में विशेष रूप से नागरिक सुरक्षा दलों, छात्रों, एनसीसी और स्काउट गाइड्स की भागीदारी का जीवंत प्रदर्शन किया गया. प्रशिक्षित युवाओं ने घायल लोगों की प्राथमिक सहायता, स्ट्रेचर पर ले जाने की विधि, भीड़ प्रबंधन और शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. घटना स्थल पर अग्निशमन, राहत, बचाव दलों चिकित्सा स्टाफ की तत्परता, एंबुलेंस की तैनाती जैसे उपायों की तैयारियाँ, कंट्रोल रूम की कार्यशीलता और विभागों के बीच समन्वय, इन सभी पहलुओं में प्रशासन की तैयारी का प्रदर्शन किया गया. मॉक ड्रिल के समापन पर जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी ने मीडिया को बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य केवल विभागीय क्षमता परीक्षण नहीं, बल्कि नागरिकों को मानसिक और व्यवहारिक रूप से आपदा के प्रति तैयार करना है. हमारा प्रयास है कि आपात स्थिति आने से पहले ही हम उससे निपटने में सक्षम हों.
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/ प्रदीप
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