रामगढ़, 1 नवंबर (Udaipur Kiran) .
रामगढ़ जिले में भारी बारिश ने बड़ा नुकसान किया है. चक्रवार्ती तूफान
मोंथा के असर के कारण पिछले 72 घंटे से लगातार बारिश हो रही है. इस बारिश की वजह से खेतों में लगी फसल क्षतिग्रस्त हो गई. मोंथा तूफान ने किसानों को बड़ा झटका दिया है. रामगढ़ जिले का गोला और दुलमी प्रखंड कृषि प्रधान क्षेत्र है. सबसे ज्यादा नुकसान इन्हीं इलाकों में हुआ है. खेतों में लगी फसल को किसान निकाल भी नहीं पाए. जो फसल बाजारों में गया था, उसमें भी किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है.
56.3 एमएम बारिश दर्ज,
रामगढ़ जिले में पिछले 24 घंटे में 56.3 एमएम बारिश दर्ज की गई है. मौसम वैज्ञानिक शशिकांत चौबे ने बताया कि अगले दो दिनों तक भी खराब मौसम की मार झेलनी पड़ सकती है. इस बारिश के कारण किसानों की खड़ी और कटी हुई धान की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. खेतों में पानी भर जाने से कटाई के लिए तैयार खड़ी धान की फसलें पानी में डूबकर बर्बाद हो गई हैं. जिन किसानों ने अपनी फसलें खेतों में सुखाने के लिए रखी थीं, वे भी अब सड़ने लगी हैं.
खरीफ को क्षति, रबी फसल पर लगा ग्रहण
चक्रवाती तूफान से जिल में व्यापक असर है. बारिश और तेज हवा से खरीफ की धान और अरहर की फसल खराब हो गई है. रबी की फसल चना, मसूर, मटर, गेंहू, सरसों का अंकुरण प्रभावित हो रहा है. रोग लगने की भी संभावना जताई गई है. बारिश के कारण दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. न्यूनतम तापमान में भी चार से पांच डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है.
—————
(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
You may also like

मां की गोद में सो रही डेढ़ साल की बच्ची उठाई, खेत में मिले टुकड़े, 15 दिन बाद फिर आदमखोर भेड़ियों का हमला

Maruti Suzuki ने अक्टूबर में बेची 2,00,000 से ज्यादा गाड़ियां, इन कारों की रही खूब डिमांड

अंतरिक्ष में जल्द दिखेगा सुपरमून का दिलचस्प नजारा, धरती के सबसे करीब का रहा चांद, जानें कब और कैसे होगा दीदार

'दंगा याद है या भूल गए' – धीरेंद्र शास्त्री के बयान से सोशल मीडिया पर मचा बवाल, पढ़ें पूरी खबर!

चीन-पाक प्रेम के बाद अब नया खेल... मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत को कैसे दी नई टेंशन, जानें





