उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस के मौके पर प्रदेश के शिक्षकों को दिल खोलकर बधाई दी। इस खास अवसर पर उन्होंने एक ऐसी घोषणा की, जिसने शिक्षकों के चेहरों पर मुस्कान ला दी। योगी ने अपने संबोधन में ऐलान किया कि अब शिक्षकों को कैशलैस इलाज की सुविधा मिलेगी। यानी, अब शिक्षकों को इलाज के लिए अपनी जेब से पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह सुविधा न सिर्फ शिक्षकों को, बल्कि उनके परिवारों को भी राहत देगी।
किन-किन शिक्षकों को मिलेगा लाभ?सीएम योगी ने साफ किया कि यह कैशलैस उपचार की सुविधा प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और वित्त पोषित स्कूलों के शिक्षकों के लिए होगी। इतना ही नहीं, इस योजना में शिक्षा मित्र, अनुदेशकों और रसोइयों को भी शामिल किया जाएगा। इस फैसले से उत्तर प्रदेश के करीब 9 लाख परिवारों को सीधा फायदा होगा। यह कदम शिक्षकों के लिए एक बड़ा तोहफा है, जो उनकी मेहनत और समर्पण को सम्मान देने का एक शानदार तरीका है।
योगी ने एक्स पर दी बधाईमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस की बधाई देने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स का भी सहारा लिया। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “पूर्व राष्ट्रपति, महान शिक्षाविद और भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। साथ ही, प्रदेशवासियों को शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।” इस पोस्ट के जरिए उन्होंने न केवल शिक्षकों का हौसला बढ़ाया, बल्कि इस खास दिन को और भी यादगार बना दिया।
पूर्व राष्ट्रपति, महान शिक्षाविद, ‘भारत रत्न’ डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि एवं प्रदेश वासियों को ‘शिक्षक दिवस’ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 5, 2025
भारतीय संस्कृति एवं वेदांत दर्शन को वैश्विक पटल पर प्रतिष्ठित कर ‘आधुनिक भारत-शिक्षित भारत’ के निर्माण… pic.twitter.com/XiU3FVAECz
You may also like
हमास ने इसराइली बंधकों का वीडियो जारी किया, इसराइल बोला- ग़ज़ा पर क़ब्ज़ा इकलौता रास्ता
मां के प्रेमी` को बेटी ने लगाया फोन बोली- 'रात में आऊंगी तेरे घर तैयार रहना आगे जो हुआ सुनकर पूरे इलाके में मचा हड़कंप
अपने इस अंग` में खीरे डाल कर बेच रहा था लड़का देखते ही हो जाएगी उल्टी देखकर सबके उड़ गए होश
पहले बड़ी बहन` करिश्मा से लड़ाया इश्क. फिर छोटी बहन करीना से किया नैन मटक्का
श्रीनगर की हजरतबल मस्जिद पर अशोक स्तंभ चिह्न को लेकर विवाद