मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र के लकड़ी फाजलपुर गांव में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। रात के सन्नाटे में एक हैवान युवक ने एक महिला की इज्जत लूटने की कोशिश की। इस घटना ने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया। रात के अंधेरे में महिला के घर में घुसकर दरिंदगी की कोशिश करने वाले इस शख्स ने न केवल कानून को चुनौती दी, बल्कि समाज के सामने कई सवाल खड़े कर दिए।
रात में घर में घुसा निर्वस्त्र युवकजानकारी के अनुसार, पीड़ित महिला अपने घर में सो रही थी। तभी उसी मोहल्ले का एक युवक, जिसका नाम दीपक बताया जा रहा है, निर्वस्त्र हालत में उसके घर में घुस आया। उसने महिला के साथ जबरदस्ती और गंदी हरकतें शुरू कर दीं। जैसे ही महिला ने चीख-पुकार मचाई, आसपास के लोग मौके पर दौड़कर पहुंचे। हंगामे की आवाज सुनकर इलाके में हड़कंप मच गया, लेकिन तब तक दीपक मौका पाकर फरार हो चुका था। इस घटना ने पूरे गांव में डर और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया।
पुलिस ने उल्टा पीड़िता को बनाया आरोपीइस भयावह घटना के बाद जो हुआ, उसने कानून और न्याय व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। पीड़िता ने न्याय की गुहार लगाने के लिए कुशालपुर चौकी और मझोला थाने का रुख किया, लेकिन वहां उसकी बात सुनने की बजाय पुलिस ने आरोपी दीपक का पक्ष लिया। हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने दीपक की तहरीर पर उल्टा पीड़िता के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर लिया। पीड़िता ने रोते हुए कहा, “दीपक ने मेरे साथ गलत हरकत की, मुझे अपमानित किया, लेकिन पुलिस ने मेरी एक न सुनी। उल्टा मेरे खिलाफ ही केस लिख दिया।”
विधायक ने उठाई आवाज, जांच की मांगन्याय की उम्मीद में पीड़िता ने हार नहीं मानी। उसने कुंडरकी के विधायक रामवीर ठाकुर से मुलाकात की और अपनी आपबीती सुनाई। विधायक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुरादाबाद के एसएसपी को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच और पीड़िता को इंसाफ दिलाने की मांग की। विधायक का पत्र अब पुलिस कप्तान के पास पहुंच चुका है, जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि महिला की शिकायत की गहन जांच की जाए। पीड़िता ने यह भी बताया कि वह सीओ सिविल लाइंस से मिली, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
पुलिस की साख पर सवालयह पूरा मामला अब मुरादाबाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है। आखिर क्यों एक महिला, जो इंसाफ मांगने थाने पहुंची, उसे ही अपराधी बना दिया गया? क्या पुलिस इस मामले में आरोपी दीपक के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी, या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा? गांववासियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है, और लोग अब इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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